वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। सड़क पर करीब डेढ़ लाख भक्तों ने संत के दर्शन किए। संत की एक झलक पाने को कोई दीवार पर चढ़ा तो किसी ने छत से दर्शन किए।

मथुरा के वृंदावन में शनिवार की रात वृंदावन में श्रद्धा और आस्था का ऐसा दृश्य देखने को मिला जैसा पहले कभी नहीं देखा गया था। प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए एक से डेढ़ लाख भक्त वृंदावन पहुंचे। श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी अधिक थी कि दो किलोमीटर लंबी सड़क पर पैर रखने तक की जगह नहीं थी। शनिवार रात करीब ढाई बजे जैसे ही संत प्रेमानंद महाराज पदयात्रा के लिए निकले, पूरा वातावरण ‘राधे-राधे’ के जयकारों से गूंज उठा। भक्तों ने उन पर पुष्पवर्षा की और दीवारों, छतों पर चढ़कर उनके दर्शन किए।
भीड़ के कारण दो किलोमीटर की यात्रा पूरी करने में महाराज को लगभग एक घंटे से अधिक का समय लग गया। उनके जाने के बाद भक्तों ने श्रद्धा से उन फूलों को उठा लिया, जिन पर महाराज के चरण पड़े थे।