उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में देवी की प्रतिमा विसर्जन के दाैरान हिन्दू राष्ट्र का संकल्प लिया गया। हिन्दू संगठन से जुडे़ लोगों ने युवाओं से अपील की कि अपने धर्म के प्रति सजग रहने की आवश्यकता है।

आजमगढ़ के फूलपुर तहसील क्षेत्र के माहुल कस्बा में गुरुवार को शारदीय नवरात्र के बाद आयोजित देवी प्रतिमा विसर्जन यात्रा में अखण्ड हिन्दू राष्ट्र, बटोगे तो कटोगे और पहले राष्ट्र फिर काष्ट जैसे पोस्टर व नारे लगाए गए। यह संदेश हिन्दू एकता और सामूहिकता का दिया गया।
इस वर्ष माहुल नगर पंचायत में 11 पूजा पंडालों में देवी प्रतिमाओं की स्थापना की गई थी। सभी पंडालों के पट नवरात्र के 6वें दिन वैदिक मंत्रोच्चार के साथ खोले गए थे। विसर्जन यात्रा की शुरुआत बुधवार की शाम हवन पूजन के साथ हुई और गुरुवार की दोपहर से सभी 11 पंडालों की प्रतिमाओं का एक साथ विसर्जन जुलूस निकाला गया।
जुलूस कस्बे के विभिन्न मार्गों से होते हुए विसर्जन स्थल की ओर बढ़ा। यात्रा में शामिल डीजे और प्रतिमाओं को ले जाने वाले सभी साधनों पर पोस्टर लगाए गए थे, जो हिन्दू एकता का प्रतीक थे। सुरक्षा व्यवस्था के तहत माहुल चौकी और अहरौला थाना पुलिस ने पूरी यात्रा में निगरानी रखी।
देर शाम सभी प्रतिमाओं का बरामदपुर पुल के पास कुंवर नदी में विसर्जन किया गया। पूजा समिति के अध्यक्ष सुजीत कुमार जायसवाल आशु ने बताया कि इस वर्ष परंपरा के अनुसार मेला संपन्न होने के बाद सभी 11 पंडालों का एक साथ विसर्जन किया गया।