मिर्जापुर की पुलिस ने कार्रवाई कर पांच लोगों को चर्च से गिरफ्तार किया है। आरोप है कि ये लोग प्रलोभन देकर ईसाई धर्म में परिवर्तित करवाते थे। इनके पास से कई चीजें भी बरामद की गई हैं।

अहरौरा पुलिस ने हिंदू धर्मावलंबियों को प्रलोभन देकर ईसाइ धर्म में परिवर्तन कराने के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। उनके पास से वेतन भत्ता का रजिस्टर, धर्मांतरण में संलिप्त व्यक्तियों को डेटा, चार मोबाइल, एक लैपटाप, डीवीआर आदि सामान बरामद किया।
मामले का खुलासा एसएसपी सोमेन बर्मा ने मंगलवार को पुलिस लाइन स्थित सभागार में किया। एसएसपी ने बताया कि अहरौरा पुलिस ने 29 सितंबर को सूचना मिली कि चर्च में कुछ लोगां को धर्म परिवर्तन कराने के लिए एकत्र किया गया है। उन्हें प्रलोभन देकर ईसाइ धर्म में परिवर्तन कराने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
2012 में किया था सर्वे, 2023 से शुरु किया धर्मांतरण
एएसपी आपरेशन ओपी सिंह ने बताया कि देव सहायम डैनियल की टीम ने 2012 में अहरौरा में आकर धर्मांतरण के लिए सर्व किया था। इसके बाद बीच-बीच में टीम आती रही। 2024 से धर्मांतरण का कार्य शुरु किया। इसके लिए अहरौरा क्षेत्र में आठ प्रचारक रखे गए। जिनको इण्डियन मिशनरीज सोसाइटी तिरूनिवेली द्वारा वेतन भत्ता व प्रार्थनासभा कराने के लिए धन मुहैया कराया जाता है। यह प्रचारक गांव-गाव जाकर खास तौर निर्बल, पिछड़े,आदिवासी समाज को मिशन से जोड़ते हैं। उनको ईसाई धर्मस्वीकार करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
70 को कराया था धर्मांतरण, 700 की बनी थी सूची
एसएसपी सोमेन बर्मा ने बताया कि धर्मांतरण कराने वालों ने अब तक 70 लोगों को धर्मांतरण कराया है। 600 से 700 लोगों की सूची बनाया था। जिनको धर्मांतरण कराया जाना था। जिनको दो से तीन माह में धर्मांतरण करा लेता। फंडिंग करने वालों की जानकारी की जा रही है।