गुरुवार से शुरू होने वाले महाकुंभ को देखते हुए प्रशासन ने एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) का कड़ाई से पालन कराने के लिए नारसन बॉर्डर पर सख्ती बढ़ा दी है। दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की गहनता से जांच हो रही है। बिना कोरोना जांच के किसी भी को एंट्री नहीं दी जा रही है। पुलिस के जवानों के साथ सीमा सुरक्षा बल के जवानों की भी तैनाती कर दी गई है।

महाकुंभ में दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों के लिए कोरोना जांच कराना अनिवार्य है। हालांकि जो लोग कोरोना जांच रिपोर्ट लेकर पहुंचेंगे, उन्हें एंट्री दी जाएगी। बृहस्पतिवार से गाइडलाइन का पालन न करने वालों को किसी भी सूरत में एंट्री नहीं दी जाएगी। इसे देखते हुए बुधवार को ही हरिद्वार प्रशासन ने एसओपी का बॉर्डर पर कड़ाई से पालन करना शुरू कर दिया।खासकर नारसन बॉर्डर पर कोरोना जांच और सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए गए हैं। बुधवार शाम छह बजे तक नारसन बॉर्डर पर बाहर से आने वाले 10 हजार लोगों के रजिस्ट्रेशन और थर्मल स्क्रीनिंग की गई।दो हजार लोगों की कोरोना जांच की गई। इस दौरान 274 लोग अपनी कोरोना रिपोर्ट लेकर बॉर्डर पर पहुंचे। वहीं, सुरक्षा के लिहाज से नारसन बॉर्डर पर एसएसबी के 17 जवानों की ड्यूटी लगाई गई है। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना जांच के लिए तीन बूथ बनाए हैं।सेक्टर मजिस्ट्रेट प्रेमलाल ने बुधवार को नारसन बॉर्डर पर पहुंचकर व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने बॉर्डर पर तैनात सभी कर्मचारियों को लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए। साथ ही बॉर्डर पर कोरोना जांच, थर्मल स्क्रीनिंग और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में लीपापोती न करने और बाहरी राज्यों से आने वाले सभी यात्रियों की कोरोना जांच करने के निर्देश दिए। कुंभ मेला सेक्टर मजिस्ट्रेट प्रेमलाल ने बताया कि बाहरी राज्यों से आने वाले यात्रियों की रैंडम जांच होगी। बस में अगर 50 यात्री हैं तो उनमें से 10 यात्रियों की जांच होगी। अगर इनमें से कोई पॉजिटिव पाया जाता है तो उस बस को वापस लौटा दिया जाएगा। अगर कार में चार यात्री हैं तो एक की कोरोना जांच होगी। अगर वह पॉजिटिव निकलता है तो कार वापस भेज दी जाएगी। साथ ही संबंधित जिले या तहसील के अधिकारी को सूचना दी जाएगी। अगर कार में एक ही व्यक्ति है तो उसकी अकेली की कोरोना जांच होगी। थर्मल स्क्रीनिंग सभी की अनिवार्य रूप से होगी।नारसन बॉर्डर पर रजिस्ट्रेशन कराने के लिए यात्रियों को घंटों तक लाइन में लगकर रजिस्ट्रेशन कराने पर मजबूर होना पड़ा। यात्रियों के लिए अभी तक टेंट की व्यवस्था तक नहीं हो पाई है। वहीं, सेक्टर मजिस्ट्रेट प्रेमलाल ने बताया कि गुरुवार तक बॉर्डर पर पूरी तैयारी कर ली जाएगी। यात्रियों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी। दूसरे राज्यों से महाकुंभ में आ रहे यात्रियों की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गोकुलपुर बॉर्डर पर कैंप लगाकर जांच की। झबरेड़ा क्षेत्र की सीमाएं उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से मिली हुई हैं। हरियाणा, पंजाब, दिल्ली व राजस्थान के यात्री देवबंद के रास्ते से झबरेड़ा थाने की लखनौता पुलिस चौकी क्षेत्र में प्रवेश करते हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गोकुलपुर बॉर्डर पर कैंप लगाकर बाहर से आने वाले 184 यात्रियों की जांच की। इस दौरान कई लोगों को वापस लौटा दिया गया। पुलिस ने बिना मॉस्क के आने वाले 12 लोगों के चालान काटे। भगवानपुर क्षेत्र के मंडावर और काली नदी चेकपोस्ट पर बाहरी राज्यों से आने वाले यात्रियों की जांच की गई। इस दौराना दो सौ लोगों की कोरोना जांच की गई। महाराष्ट्र के यात्रियों को लेकर पहुंची बस के यात्रियों की कोरोना जांच में एक महिला पॉजिटिव पाई गई। इसके बाद बस को बॉर्डर से ही लौटा दिया गया। साथ ही महाराष्ट्र के स्थानीय प्रशासन को  जानकारी दी गई।

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