श्रीकृष्ण जन्मभूमि के गर्भगृह में ठाकुर जी के जन्म के साथ ही अभिषेक किया जाएगा। इस दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां आएंगे। इन भक्तों को दर्शनों को सुलभ बनाने के लिए एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी।

भगवान श्रीकृष्ण के 5252वें जन्मोत्सव पर पहली बार श्रीकृष्ण-जन्मस्थान सेवा संस्थान आने वाले भक्तों को गर्भगृह में होने वाले अभिषेक एवं अन्य पूजा-अर्चना के दर्शन एलईडी स्क्रीन के माध्यम से कराने की व्यवस्था की गई है। गर्भगृह में भीड़ का दबाव अधिक न हो इसके लिए चार जगह एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी। श्रीकृष्ण-जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि भगवान का जन्म गर्भगृह और युगल स्वरूप के अभिषेक और अन्य पूजा-अर्चना का लाइव प्रसारण के माध्यम से दर्शन कराया जाएगा। गर्भगृह में भीड़ अधिक न हो और श्रद्धालु सुगमता से दर्शन कर सके इसके लिए यह प्रयास किया गया है।
उधर, इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लि. के चेयरमैन अरविंदर सिंह साहनी ने बुधवार को जन्मभूमि के दर्शन किए। सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने साहनी को जन्मस्थान के आध्यात्मिक, पौराणिक एवं ऐतिहासिक महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। सचिव ने चेयरमैन को भगवान की छवि एवं प्रसादी वस्त्र भेंट की।
14 अगस्त से शुरू हो रहा पांच दिवसीय श्रीकृष्ण जन्म महोत्सव
पांच दिवसीय श्रीकृष्ण जन्म महोत्सव श्रीकृष्ण जन्मस्थान के लीला मंच पर इस वर्ष 14 अगस्त से 18 अगस्त तक विशेष व्यवस्थाओं के साथ आयोजित होगा। श्रीकृष्ण जन्म महोत्सव समिति के अध्यक्ष मुकेश खंडेलवाल एडवोकेट ने बताया कि समिति द्वारा प्रति वर्ष श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के तत्वावधान में यह आयोजन होता चला आ रहा है। 14 से 18 अगस्त तक शाम 7 बजे से ठाकुरजी की लीलाओं का भावमय मंचन स्वामी रामबल्लभ शर्मा के निर्देशन में होगा। 16 अगस्त को शाम 5 बजे ठाकुरजी की भव्य शोभायात्रा भरतपुर गेट से प्रारंभ होकर होली गेट, चौक, मंडी रामदास होती हुई जन्मस्थान पहुंचेगी। इस मौके पर समिति के उपाध्यक्ष अशोक कुमार, महेश, अतुल, बिजेंद्र खंडेलवाल, राजेंद्र प्रसाद, गिरीश चंद सर्राफ, मुरारी लाल गर्ग, लोकेश गर्ग, त्रिलोकी नाथ, विष्णु खंडेलवाल, दीपक गोला आदि लोग मौजूद रहे।