श्रावण मास के पहले बृहस्पतिवार को बृहस्पति भगवान का दशाश्वमेध घाट स्थित मंदिर में हरियाली शृंगार हुआ। मंदिर के महंत अजय गिरि के आचार्यत्व में 11 वैदिक ब्राह्मणों ने बृहस्पति भगवान का पंचामृत स्नान कराया। इसके बाद नूतन वस्त्र, स्वर्ण छतरी, मुखौटा, रंग-बिरंगे फूलों से शृंगार हुआ। मंगला आरती के बाद मंदिर के पट खोल दिए गए। प्रभु के जयकारे के साथ दिनभर दर्शन-पूजन का सिलसिला चला। भक्तों में प्रसाद का वितरण हुआ। महंत अजय गिरि ने बताया कि सावन को देखते हुए रुद्राभिषेक के अलावा बृहस्पति मंत्र का जप, गुरु चंडाल पूजा और नवग्रह पूजा हो रही है। दूसरे बृहस्पतिवार को जल विहार शृंगार होगा।