ऋषिकेश। नेशनल बुक ट्रस्ट ऑफ इंडिया और नमामि गंगे, नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के सहयोग से गंगा यात्रा ऋषिकेश पहुंची। यात्रा के दौरान रंगमच के कलाकारों ने जागरूकता के लिए गंगा नदी पर एक नुक्कड़ नाटक किया। रंगकर्मियों ने यात्रा पर आए श्रद्धालु और स्थानीय नागरिकों को गंगा स्वच्छता के प्रति जानकारी देकर जागरूक किया।
कार्यक्रम में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के वरिष्ठ रंगकर्मी श्रीश डोभाल और उनकी टीम ने नुक्कड़ नाटक का मंचन किया। नाटक के माध्यम से टीम ने दिखाया की राजा भगीरथ ने अपने पूर्वजों के उद्धार के लिए मां गंगा की तपस्या कर उसे धरती पर बुलाया। मां गंगा का वेग भगवान शिव ने अपनी जटाओं में धारण किया। गंगा के धरती पर आने से भगीरथ के पूर्वजों का उद्धार हुआ। वर्तमान समय में लोगों ने गंगा को मलिन और दूषित बना दिया है। जिससे गंगा की जलधारा दिन-प्रतिदिन दूषित हो रही है।