आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025 का समापन 4 जुलाई को नवमी तिथि के साथ होगा। इन दिनों मां दुर्गा की पूजा विशेष शुभ मानी जाती है

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि का पावन पर्व इन दिनों पूरे श्रद्धा और विधिपूर्वक मनाया जा रहा है। यह पर्व मां आदिशक्ति दुर्गा की आराधना के लिए बेहद खास माना जाता है। खास बात यह है कि जो भक्त पूरे नौ दिनों तक व्रत या पूजा नहीं कर पाते, वे अष्टमी और नवमी तिथि को विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। मान्यता है कि इन दो तिथियों पर मां दुर्गा की भक्ति करने से साधक को पूरे नवरात्रि के व्रत जितना फल प्राप्त होता है।
द्रिक पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से गुप्त नवरात्रि की शुरुआत होती है और नवमी तिथि को इसका समापन होता है। इस वर्ष 2025 में आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 26 जून से हुई थी और इसका समापन 4 जुलाई 2025 को नवमी तिथि पर होगा। अष्टमी और नवमी, दोनों ही दिन मां दुर्गा की विशेष पूजा, हवन, कन्या पूजन और साधना के लिए अत्यंत शुभ माने गए हैं।