नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश पर बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने बुधवार को हरिद्वार के प्रसिद्ध चंडी देवी मंदिर का प्रबंधन अपने हाथ में ले लिया। बीकेटीसी के सीईओ विजय थपलियाल के नेतृत्व में एक टीम ने पुलिस बल के साथ मंदिर परिसर का दौरा किया और कमान संभाली।
टीम ने मंदिर की चढ़ावे, रसीद बुक, ऑनलाइन लेनदेन, सीसीटीवी और दफ्तर सहित सभी व्यवस्थाओं का गहनता से जायजा लिया। सीईओ थपलियाल ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश का पालन करते हुए बीकेटीसी ने जिम्मेदारी संभाली है। मंदिर में चार स्टाफ सदस्यों की एक टीम तैनात की गई है, जो दैनिक और साप्ताहिक रिपोर्ट हाईकोर्ट को सौंपेगी।
थपलियाल ने स्पष्ट किया कि मंदिर की सभी परंपराएं जारी रहेंगी, लेकिन संचालन और नियंत्रण अब बीकेटीसी के पास होगा। कर्मचारियों और पुजारियों का काम यथावत रहेगा, पर सारा हिसाब-किताब, पैसा और सुरक्षा बीकेटीसी देखेगी। मंदिर के ट्रस्टी आकाश बछिति ने हाईकोर्ट के आदेश का सम्मान करते हुए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है। कहाए मंदिर का जो भी दान का पैसा कैश या ऑनलाइन आता है अब सबकुछ बीकेटीसी के सदस्यों की निगरानी में है।
पानी की बोतल बांटते दिखे कर्मचारी
बीकेटीसी टीम के पहुंचने पर कुछ मंदिर कर्मचारियों ने श्रद्धालुओं को मुफ्त पानी की बोतलें बांटनी शुरू कर दीं, जो पहले कभी नहीं देखा गया था। बताया जा रहा है कि टीम को प्रभावित करने के लिए ये कर्मचारी सक्रिय हो गए थे। वहीं मंदिर के आय का प्रबंधन अब जब बीकेटीसी के नियंत्रण में रहेगा तो कर्मचारियों के वेतन आदि का भी निर्धारण करना होगा। पहले से चलती आ रही रसीद बुक का ही उपयोग किया जाएगा, लेकिन उसका प्रबंधन और लेखा-जोखा बीकेटीसी टीम करेगी।उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में बीकेटीसी की टीम ने मौके पर जा कर चंडीदेवी मंदिर के संचालन व प्रबंधन का दायित्व अग्रिम आदेश तक अपने नियंत्रण में ले लिया है। आगे जो भी आदेश होगा उसका पालन किया जाएगा ।