इटावा प्रकरण पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास ने फ्रस्ट्रेटेडेड बताया है। राजू दास ने कहा कि अखिलेश यादव शुद्ध रूप से फ्रस्ट्रेटेड हो गए हैं। जिस तरह से इटावा की घटना को लेकर अखिलेश यादव ने हिंदूओ को लड़ाने का प्रयास किया है, वह घृणित काम है। यादव और पंडित को लड़ा कर यादवों को उत्साहित कर उन्होंने दंगा कराने का प्रयास किया और खुद पंडित जी के घर जाकर भंडारा चखा। अखिलेश यादव ने बागेश्वर सरकार पर टिप्पणी किया कि इतना ज्यादा अंडर टेबल दक्षिणा लेते हैं तो उन्हें कौन बुला सकता है। बागेश्वर सरकार को अखिलेश यादव ने टारगेट किया है और टारगेट इसलिए किया कि बागेश्वर सरकार हिंदुत्व और सनातन के लिए काम करते हैं। बागेश्वर सरकार छुआछूत, ऊंच-नीच और भेदभाव को खत्म करके हिंदुओं को एक होने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। यही दिक्कत अखिलेश यादव को है। अखिलेश यादव को यह दिक्कत नहीं है कि बागेश्वर सरकार उनके घर कथा कहने नहीं आ रहे हैं। उनको दिक्कत यह है कि वह कैसे हिंदुओं को एक कर रहे हैं। हिंदुओं के एकजुट होने से डर किसको है, तकलीफ किसको है, यह सबको पता है। कभी अखिलेश यादव ने अन्य मजहब के धर्मगुरुओं पर टिप्पणी नहीं की। केवल सनातन धर्म के ही धर्म गुरुओं पर टिप्पणी करते हैं। कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी अखिलेश यादव ने टिप्पणी की थी। हिंदू धर्म गुरु के लिए अखिलेश यादव यदि ऐसे शब्द प्रयोग करते हैं तो अखिलेश यादव फ्रस्ट्रेटेड हैं।

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