गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में तीन दिवसीय गायत्री जयंती महापर्व की शुरुआत हुई। सुबह विशाल शोभायात्रा निकाली गई, इसमें शांति के साधक और वरिष्ठ स्वयंसेवकों के साथ देव संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या शामिल हुए। शोभा यात्रा शांतिकुंज के गेट नंबर दो से शुरू होकर हरिपुरकलां होते हुए विश्वविद्यालय पहुंची।
यात्रा में शांतिकुंज के कार्यकर्त्ता, विभिन्न राज्यों से आए प्रशिक्षणार्थी, गायत्री परिवार के परिजनों के साथ ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। यात्रा के दौरान ज्योतिकलश की सुंदर झांकी, प्रज्ञा बैंड की मधुर धुन और शांतिकुंज के बालकों की सांस्कृतिक प्रस्तुति काफी मनमोहक रही।
डॉ. प्रणव पण्ड्या व शैलदीदी ने कहा कि यह पर्व आत्मिक चेतना के जागरण और राष्ट्र के नव निर्माण का आधार बनेगा। सायंकाल गायत्री तीर्थ के मुख्य सभागार में भजन संध्या का आयोजन किया गया। गायत्री विद्यापीठ के बालक-बालिकाओं ने सुंदर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं।