ठाकुर श्रीराधावल्लभ मंदिर के गर्भगृह में जूते रखने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद मंदिर की परंपरा और धार्मिक भावनाओं को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस मामले में सेवायत ने सफाई दी है। जानें क्या कहा…

वृंदावन में ठाकुर राधावल्लभ मंदिर के गर्भगृह में जूते रखने के वायरल वीडियो के मामले में सेवायत ने अपनी बात रखी है। राधावल्लभ मंदिर के सेवायत संजीव गोस्वामी ने बताया कि आज के समय में श्रद्धालु अपने आराध्य को कभी बालक तो कभी किसी रूप में पूज रहे हैं। लोग टोकरी में ठाकुरजी को रखकर वृंदावन में दर्शनार्थ के लिए घूम रहे हैं।
मंदिर में भी किसी एक भक्त द्वारा ठाकुरजी को बाल रूप में जूते और दक्षिणा अर्पित की गई। जब यह कृत्य हुआ, तब ठाकुरजी का पर्दा लगा था और सेवायत अंदर सेवा कर रहे थे। जिसका कुछ अराजक लोगों ने वीडियो और फोटो बनाकर सोशल मीडिया पर सेवायत और मंदिर की छवि को धूमिल करने के लिए वायरल कर दिया।
जब इस संबंध में मंदिर में सेवायतों को जानकारी हुई तो तुरंत उन्होंने उस सामान को वहां से हटवा दिया। सोशल मीडिया पर यह वीडियो मंदिर के ही दूसरे सेवायत ने वायरल की है। हमारी वैष्णव कमेटी से मांग है कि ऐसे लोगों के मंदिर में प्रवेश पर रोक लगाई जाए और उनको दंडित किया जाए। क्योंकि यह लोग मंदिर की छवि को धूमिल कर रहे हैं।