वृंदावन में संत प्रेमानंद के जन्मदिन पर निकाली गई पदयात्रा में भव्यता देखते ही बनती थी। प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे थे। भक्तों के बिछाए फूल और आतिशबाजी से मार्ग जगमग हो गया।

प्रेमानंद महाराज के जन्मोत्सव पर श्री कृष्ण शरणम् आश्रम से केली कुंज आश्रम तक निकली भव्य पदयात्रा में श्रद्धा, भक्ति और उल्लास का अनोखा संगम देखने को मिला। जैसे ही महाराज ने आश्रम से कदम बढ़ाए भक्तों ने जयघोष, आतिशबाजी और पुष्पवर्षा से पूरे वातावरण को भक्तिमय कर दिया।
संत प्रेमानंद की एक झलक पाने के लिए श्रद्धालु रात से ही सड़कों के किनारे बैठे थे। जैसे ही वे दर्शन के लिए निकले पूरा मार्ग फूलों की वर्षा और हरिनाम संकीर्तन से गूंज उठा। भक्तों की आंखों में प्रेम और श्रद्धा के आंसू छलक आए। महाराज ने यह देख कुछ पल रुककर हाथ उठाकर सभी को आशीर्वाद दिया जिससे माहौल और अधिक भक्तिमय हो गया। पूरी पदयात्रा के दौरान भजन-कीर्तन, ढोल-नगाड़ों और रंग-बिरंगी रोशनी ने इस आयोजन को अविस्मरणीय बना दिया।