स्वच्छता के लिए किए गए प्रयासों से अब गंगा की सफाई में परिवर्तन हुआ है। जानकारी के अनुसार अब भी बहुत कुछ करना शेष है।

कोई भी अभियान की सफलता सरकार की नीतियों के साथ ही जन सहयोग पर निर्भर होती है। बात करें यदि स्वच्छता अभियान की तो यह तो पूर्ण रूप से जन भागीदारी पर टिकी है। मोक्षनगरी काशी में मोक्षदायिनी मां गंगा की स्वच्छता के लिए तमाम जतन किए जा रहें हैं।
नमामि गंगे गंगा विचार मंच की ओर से रोजाना वाराणसी के घाटों पर जनभागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है। नगर निगम की ओर से नियुक्त कर्मचारियों के साथ टीम श्रमदान कार्य में भी जुटी दिखाई पड़ती है।
मंच के जिला संयोजक शिवम अग्रहरि ने कहा कि सफाई के लिए लोगों से सिर्फ कह देने मात्र से प्रभाव नहीं पड़ेगा।करके दिखाने से अधिक प्रभाव पड़ता है। जल शक्ति मंत्रालय नमामि गंगे के गंगा विचार मंच वाराणसी महानगर व जेटली ताइक्वांडो क्लब की ओर से गायघाट से लेकर बूंदी परकोटा घाट तक स्वच्छता अभियान चलाया गया।
दर्जनों की संख्या में संस्था के सदस्यों ने गंगा किनारे श्रमदान किया। गंगा की तलहटी से कूड़े-कचड़े निकाले।