तपोवन स्थित स्वामी समर्पणानंद आश्रम में स्वामी समर्पणानंद सरस्वती महाराज की ओर से आयोजित पंचाग्नि साधना में विदेशी पर्यटकों ने प्रतिभाग किया। विदेशी पर्यटकों ने यज्ञ में पूर्णाहुति देकर स्वामी समर्पणानंद सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त किया।
बेल्जियम से एली, सूर्या, ओलिवर और डेनमार्ग से अन्ना और एमिली ने कहा कि उन्होंने पहली बार पंचाग्नि साधना में प्रतिभाग किया है। इस साधना के बारे में उन्होंने पहले केवल पुस्तकों और सोशल मीडिया में ही पढ़ा और सुना था। आज इस साधना को तपोवन में आकर साक्षात देख लिया है। यह हमारा सौभाग्य है कि हमें इस साधना में शामिल होने का अवसर मिला है। उन्होंने बताया कि यह बहुत कठिन साधना है। स्वामी समर्पणानंद सरस्वती ने बताया कि उनकी पंचाग्नि साधना जनवरी 2025 से शुरू हुई थी, जो मई 2025 में समाप्त होगी। कहा कि यह साधना मां पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए की थी। अब वे आश्रम में विश्व कल्याण और विश्व शांति के लिए साधना कर रहे हैं।