काशी में पर्यटकों व श्रद्धालुओं की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है। गंगा आरती देखने के लिए हर दिन हजारों की संख्या में अस्सी घाट व अन्य घाटों पर लोग पहुंचते हैं। ऐसे में उनके लिए सुविधाएं विकसित करने की तैयारी है।

पर्यटन विभाग काशी के घाटों का कायाकल्प करेगा। इस पर करीब 41.23 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके लिए कई परियोजनाओं को मंजूरी देते हुए 16 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। घाटों पर पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
योजना के तहत अस्सी घाट पर मंडप और आरती स्थल बनाया जाएगा ताकि विशिष्ट अतिथियों और श्रद्धालुओं को पूजन आदि में दिक्कत न हो। अन्य प्रमुख घाटों पर भी आरती व पूजन स्थल बनाए जाएंगे। यहां श्रद्धालुओं के लिए बैठने की सुविधा, संपर्क मार्ग, पत्थर की कलाकृतियां, साइनेज आदि लगाए जाएंगे। घाटों तक आने वाले संपर्क मार्गों की मरम्मत भी की जाएगी।
पर्यटन व संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि यह कवायद देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को विशिष्ट अनुभव देने के लिए की जा रही है। घाटों के पुनरुद्धार से उनकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक सुंदरता बनी रहेगी। साथ ही आधुनिक सुविधाएं भी जुड़ेंगी।
दशाश्वमेध घाट पर जीर्णोद्धार व पर्यटन सुविधाओं के विकास पर करीब 8.28 करोड़ खर्च होंगे। वहीं, गोला से नमो घाट तक पर्यटन सुविधाओं के लिए लगभग 6.18 करोड़, अस्सी से संत रविदास घाट के जीर्णोद्धार पर 8.25 करोड़, अस्सी घाट पर सुविधाओं के विकास पर 6.21 करोड़ और अस्सी घाट से दशाश्वमेध घाट तक पर्यटन सुविधाओं के विस्तार में 6.15 करोड़ खर्च किए जाएंगे।
दशाश्वमेध घाट से ललिता घाट के बीच घाटों पर पर्यटन विकास के लिए 6.16 करोड़ खर्च किए जाएंगे। पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि काशी के घाटों पर पर्यटकों को सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। कुछ घाटों के पत्थरों को भी नए सिरे से लगाया जाएगा।