भेलसर। चार जिलों की सीमा पर स्थित मां कामाख्या धाम शक्ति उपासना का प्रमुख केंद्र है। यह यह धाम पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होने की ओर अग्रसर है। विधायक की ओर से इसका प्रस्ताव तैयार कर प्रशासन को भेजा गया है।
रुदौली तहसील मुख्यालय से 22 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सुनबा के घने जंगलों में प्राचीन सिद्धपीठ कामाख्या भवानी के कपाट दिन में कभी बंद नहीं किए जाते हैं। नवरात्रि के दिनों में यहां मेला जैसा दृश्य रहता है। विधायक रामचंद्र यादव ने मंदिर के चारों तरफ परिक्रमा मार्ग व काॅलोनी बनाने का प्रस्ताव है। प्रस्तावित मानचित्र में दुकानों, पार्क, पुलिस बूथ, निकासी व प्रवेश मार्ग का स्थान चिह्नित है। परिसर का निर्माण 11 हेक्टेयर क्षेत्रफल में होगा। इसे पर्यटन के मानचित्र पर लाने के लिए कार्य योजना बन गई है। इसका प्रस्ताव प्रशासन को भेजा गया है।
