महाकुंभ में निरंजनी अखाड़े के संत महापुरुषों ने संगम पर तीन शाही स्नान के पश्चात गुरु परम्परा के अनुसार चौथे स्नान कों पुलिस प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था के बीच पूर्ण किया। इस अवसर पर निरंजनी अखाडे़ के संत महापुरुषों और श्रद्धांलुओं के बीच धार्मिक उत्साह और आस्था का संचार ओम पार्वती पतय, हर हर महादेव” के जयकारों मे नजर आया।

महाकुंभ में निरंजनी अखाड़े के संत महापुरुषों ने संगम पर तीन शाही स्नान के पश्चात गुरु परम्परा के अनुसार चौथे स्नान कों पुलिस प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था के बीच पूर्ण किया। इस अवसर पर निरंजनी अखाडे़ के संत महापुरुषों और श्रद्धांलुओं के बीच धार्मिक उत्साह और आस्था का संचार ओम पार्वती पतय, हर हर महादेव” के जयकारों मे नजर आया।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ मे चौथा स्नान विशेष रूप से अखाड़े के संत महापुरुषों ने श्रद्धां भाव से किया। उन्होंने कहा कि अखाड़े सनातन की गुरु परंपराओं के अनुरूप अपने सभी कार्य करते हैं, क्योंकि महाकुंभ आस्था, श्रद्धा और विश्वास का संगम है।
निरंजनी अखाड़े के सचिव श्री महंत राम रतन गिरि ने जानकारी जानकारी देते हुए बताया कि गुरु परंपरा के अनुसार तीन शाही स्नान के पश्चात अखाड़े के तीन सचिव, 16 थानापति और महामंडलेश्वर स्वामी महेशानंद के साथ अखाड़े की पारंपरिक ध्वजा और बैंड बाजो के साथ संगम पर चौथे स्नान कों आस्था श्रद्धा और विश्वास के साथ पूर्ण किया। इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद पुरी (अर्जी वाले हनुमान जी, उज्जैन) श्री महंत शंकारानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी, महामंडलेश्वर स्वामी अनंतानंद, महंत ओमकार गिरि, महंत दिनेश गिरि, महंत राधे गिरि, महंत नरेश गिरि, महंत राकेश गिरि, और स्वामी राज गिरि के संग अनेक संत महापुरुष मौजूद रहे।