अयोध्या में राम मंदिर बन चुका है तो अब विहिप वक्फ बोर्ड को खत्म करने की लगातार वकालत कर रहा है। इतना ही नहीं, विहिप के महाकुंभ नगर स्थित शिविर में अनेक पदाधिकारी इस बात की भी चर्चा कर रहे हैं कि अयोध्या के बाद अब मथुरा एवं काशी की बारी है।

पिछले कई कुंभ में विश्व हिंदू परिषद के शिविर में संत सम्मेलन के प्रमुख मुद्दों में शामिल था कि अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बने। 2019 के कुंभ में भी राम मंदिर निर्माण का संकल्प लिया गया था। अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन चुका है। अब महाकुंभ-2025 शुरू हो चुका है। विहिप के शिविर में इस बार भी संत सम्मेलन होगा। हालांकि, इस बार इसमें जिन मुद्दों पर संत चर्चा कर आपसी सहमति बनाएंगे, उसमें वक्फ बोर्ड को खत्म करने का मामला सबसे ऊपर है। सम्मेलन से पहले विहिप की केंद्रीय मार्गदर्शक कमेटी की बैठक में भी वक्फ बोर्ड मामले पर चर्चा होगी। विहिप के कुंभ और महाकुंभ में हर बार सनातनी हिताें से जुड़े अनेक मुद्दों पर चर्चा होती है। विहिप के केंद्रीय मार्गदर्शक कमेटी की बैठक में ही संत सम्मेलन के एजेंडे तय होते हैं। फिर संत सम्मेलन में उन विषयों पर चर्चा कर आपसी सहमति बनाई जाती है।
बैठक के माध्यम से ही सनातनी हित में किए जाने वाले कार्यों के संकल्प लिए जाते हैं। इस बार भी जिन मुद्दों पर चर्चा होनी है, उसमें धर्मांतरण, मंदिरों पर कब्जे और ज्ञानवापी-मथुरा जैसे कई राष्ट्रीय मुद्दे उठेंगे। वहीं, वक्फ बोर्ड के विरोध में भी पिछले कुछ समय से संतों-महंतों ने हुंकार भरनी शुरू कर दी है। यह विषय गर्माने लगा है। अयोध्या में राम मंदिर बन चुका है तो अब विहिप वक्फ बोर्ड को खत्म करने की लगातार वकालत कर रहा है। इतना ही नहीं, विहिप के महाकुंभ नगर स्थित शिविर में अनेक पदाधिकारी इस बात की भी चर्चा कर रहे हैं कि अयोध्या के बाद अब मथुरा एवं काशी की बारी है। संत सम्मेलन में मंदिरों के अधिग्रहण को समाप्त करने का भी मुद्दा उठ सकता है।