बलिया जिले में सैकड़ों शिष्यों की मौजूदगी में पीठाधीश्वर मौनी बाबा को समाधि दी गई। मौनी बाबा के शिष्य उड़िया बाबा ने वैदिक मंत्रोच्चार और परंपरा के अनुसार अंतिम विदाई दी।

अद्वैत शिवशक्ति धाम व श्रीवनखंडी नाथ मठ डूहा के पीठाधीश्वर स्वामी ईश्वर दास ब्रह्मचारी “मौनी बाबा” के पार्थिव शरीर को सोमवार की सुबह समाधि दी गई। उनके अंतिम दर्शन को भक्तों को लंबी कतार लगी रही। उधर, भक्तों के उमड़े हुजूम को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए इस पर रोक लगा दी। हालांकि समाधि की प्रक्रिया पूरी होने के बाद भक्तों को समाधि स्थल पर पुष्प चढ़ाने की छूट दे गई, जो घंटों चलता रहा। इसके पूर्व बाबा का पार्थिव शरीर लखनऊ से एंबुलेंस से सोमावर की सुबह 3:42 पर परमधाम पहुंचा। भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए सुबह 8:30 बजे तक अंतिम दर्शन को रखा गया था। उसके बाद वैदिक विधान संपन्न करने के लिए दर्शन की प्रक्रिया रोक दी गई। भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था।
अर्पित की श्रद्धांजलि
अद्वैत शिव शक्ति परमधाम डूहा के प्रांगण में ब्रह्मलीन मौनी बाबा के अंतिम दर्शन के लिए राजनीतिक दल के लोग बढ़चढ़ कर हिस्सा लिए। प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, पूर्व सांसद रविंद्र कुशवाहा, पूर्व मंत्री राजधारी, पूर्व वि