महाकुंभ के पहले अमृत स्नान में अपने इष्ट महादेव की तरह ही नागा साधुओं का शृंगार भी देश भर के श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र होगा। दीक्षा की वेशभूषा दिगंबर स्वरूप में ही नागा साधु अमृत स्नान से पहले तन-मन को 21 शृंगार से सजाएंगे।

नख से शिख तक भभूत। जटाजूट की वेणी, आंखों में सूरमा, हाथों में चिमटा, होठों पर सांब सदाशिव का नाम। भभूत लपेटे, दिगंबर, हाथ में डमरू, त्रिशूल और कमंडल के साथ ही अवधूत की धुन में झूमते हुए नागा त्रिवेणी के तट पर पहले अमृत स्नान के लिए प्रस्थान किया। 13 अखाड़ों के साधु 21 शृंगार के साथ अमृत स्नान की पहली डुबकी लगायी।