गंगा तट पर वैदिक मंत्रोच्चार से हुआ 5100 कुंडीय यज्ञ। आर्य युवा समाज व उत्तराखंड के डीएवी स्कूलों के बच्चे हुए शामिल। 5100 छात्र-छात्राओं ने पीले वस्त्रों में आहुति देकर वैदिक ज्ञान का प्रचार किया। इस राष्ट्रभृत महायज्ञ की सुगंध और वैदिक मंत्रों की गूंज ने भारतीय संस्कारों और ऋषि परंपरा का दर्शन कराया।