श्रीगुरु रविदास विश्व महापीठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरजीत कुमार ने कहा कि संत रविदास संत समाज में सबसे अग्रणी हैं। इसे न केवल उनके विचारों ने चरितार्थ किया, बल्कि समाज में फैली कुंठा और कुरीतियों को दूर करने के लिए उनके सतत प्रयासों के प्रसंग में भी वर्णित है। उन्होंने कहा कि महापीठ एक सामाजिक संगठन है न कि राजनीतिक है। उन्होंने सभी रविदासीय समाज को संगठित करने और संत शिरोमणि गुरु रविदास की लीलाओं और चमत्कारों को समाज में प्रासंगिक करने का अनुरोध किया। इस सम्मेलन में प्रदेश के कई जिलों से पदाधिकारी शामिल हुए। वक्ताओं ने संत शिरोमणि रविदास पर आधारित कथानक और उनके योगदान को सराहा। कहा कि गुरुनानक देव, गुरु गोरखनाथ, संत कबीर के समकालीन इस संत को सभी ने स्वीकार्य किया और आज उनकी महत्ता और उनके विचार समाज को नई दिशा दे रहे हैं। पीठ के अन्य पदाधिकारियों ने समाज में फैली कुरीतियों को खत्म करने और संत रविदास के मार्ग का अनुसरण करने का आह्वान किया। कहा कि धर्मांतरण समाज में सबसे बड़ा मुद्दा है उसको रोकना जरूरी है।