पानीपत,। हरियाणा में एक बार फिर मुस्लिम धर्म छोड़ हिंदू धर्म अपनाने का मामला सामने आया है। इस बार पानीपत में पांच परिवारों ने धर्म परिवर्तन किया। परिवार के सभी सदस्यों ने हिंदू रीति रिवाज को अपनाते हुए हवन यज्ञ किया। साथ ही उन्हें विश्वास दिलाया गया, समाज में उन्हें पूरा सम्मान मिलेगा।
1.नसीब खान, उसकी पत्नी नीलम व दो बच्चे भविष्य व विध्वंस
2. रसीद खान, उसकी पत्नी रेखा, दो बच्चे मयंक व अंशु
3. रिंकू, उसकी पत्नी कृष्णा, पांच बच्चे शिवानी, भूमि, वंशिका, रीति व वंश
4. अमित, उसकी पत्नी प्रियंका, तीन बच्चे वीरा, अर्नव व नैतिक
5. यासीन, उसकी पत्नी सरोज, दो बच्चे राहुल व साहिल
जबरदस्ती हिंदू डूम से मुसलमान डूम बनाया- नसीब
नसीब खान ने पूजा पाठ के बाद अपना नाम नसीब कुमार बदल लिया है। नसीब कुमार ने बताया कि वर्षों पहले मुगल शासन काल में उनके पूर्वजों को औरंगजेब ने जबरदस्ती हिंदू डूम से मुसलमान डूम बना दिया था। तब से उनका परिवार मस्जिद जाता था व मुस्लिम धर्म को ही मानता था। घर में शादी-विवाह, सुख दुख व अन्य सभी कार्यक्रम मुस्लिम रीति रिवाज से ही किए जाते थे।
नसीब कहना है कि कई वर्ष पहले उसके पिता रमेश खान ने गांव में जाहरवीर गोगा मंदिर में एक श्रद्धालु के साथ मजाक कर लिया था। जिसके बाद से उसके पिता अंधे हो गए थे। बाद में पूरा परिवार जाहरवीर गोगा के मंदिर पर सेवा करने लग गया था। इसके बाद उसके पिता को दिखाई देने लग गया था। तब से ही उनकी हिंदू धर्म में आस्था जाग उठी थी। लेकिन मुस्लिम परिवार के लोग उन्हें धर्म परिवर्तन करने व मंदिर जाने से रोकते थे। वहीं हिंदू सेवा दल के प्रधान अंकित तंवर व सचिव राकेश, हिंदू युवा वाहिनी के जिला प्रभारी सुनील परढ़ाना, वीर गुर्जर संगठन महामंत्री अमर सिंह रावल, ग्रामीण पवन, पंकज, मदन तंवर, बाबूराम व मेहर सिंह ने हिंदू धर्म में शामिल हुए सभी सदस्यों का फूल मालाओं से स्वागत किया और उन्हें विश्वास दिलाया कि उन्हें समाज में पूरा मान-सम्मान मिलेगा।
पहले भी हरियाणा में मुस्लिम परिवारों ने करवाया धर्म परिवर्तन
हिसार की उप तहसील उकलाना के गांव बिठमड़ा के 30 परिवारों ने हिंदू धर्म अपना लिया। एक बड़े परिवार की 80 वर्षीय महिला फुल्ली बाई का निधन हुआ था और उनके अंतिम संस्कार का कार्यक्रम में गांव के अन्य लोग भी शामिल हुए। अंतिम संस्कार की रस्म के बाद मृतक महिला फुल्ली बाई के बेटे सतबीर ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके सहित 30 परिवारों ने हिन्दू धर्म अपनाने का फैसला किया। उन्होंने ये भी बताया कि उनके पूर्वज हिन्दू ही थे और दबाव व दमन के कारण उन्हें मुस्लिम धर्म अपनाना पड़ा था। वहीं जींद में छह मुस्लिम परिवारों ने बिना किसी दबाव के हिंदू धर्म में वापसी की थी। छह परिवार नरवाना के दनौदा कला गांव में रहते हैं।