हरिद्वार स्थित शांतिकुंज इससे पहले भी विवादों में आ चुका है। मूलरूप से छत्तीसगढ़ निवासी राजेंद्र नाथ शांतिकुंज के मीडिया विभाग में कई सालों से काम करते थे।
हरिद्वार
बुधवार को शांतिकुंज में एक व्यक्ति ने मौत को गले लगा लिया। यह व्यक्ति शान्तिकुंज के मीडिया विभाग में कार्यरत था और बहुत लंबे समय से शान्तिकुंज से जुड़ा हुआ था। छत्तीसगढ़ के रहने वाले राजेंद्र नाथ की आत्महत्या के बाद पुलिस को कोई सूइसाइड नोट तो नहीं मिला लेकिन उसके फोन में जो संदेश लिखा मिला, उससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
मोबाइल फोन संदेश में इस शख्स ने लिखा है, ‘सबको प्रणाम, मैंने किसी को कुछ नही कहा, मेरी बीवी का सहयोग करना और परेशान मत करना।’ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार नगर कमलेश उपाध्याय का कहना है कि पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मोबाइल फोन पर टाइप मैसेज की जांच की जा रही है। राजेंद्र नाथ की बीवी ने इतना बताया है कि मृतक ने उसको जबरदस्ती पूजा के लिए भेजा था, जिसके बाद उसने ऐसा कदम उठाया। राजेंद्र नाथ यहां मंदाकिनी भवन में रहता था।
विवादों में चल रहा शांतिकुंज
गौरतलब है कि शांतिकुंज पिछले कुछ समय से विवादों में चल रहा है। इससे पहले एक महिला ने शांतिकुंज प्रमुख डॉ प्रणव पंड्या पर रेप का आरोप लगाकर दिल्ली में मुकदमा दर्ज करवाया था। इसकी जांच बाद में हरिद्वार में ट्रांसफर हो गई थी। पुलिस इस मामले में भी जांच कर रही है।