बस हादसे से पहले हर दिन तीस से पैंतीस हजार भक्त मां के दरबार में हर दिन आ रहे थे, लेकिन इसके बाद यात्रा का आंकड़ा आधा रह गया। इसके कारण व्यापारी वर्ग भी चिंतित दिखाई दे रहा है।
वैष्णो देवी का नजारा

धर्मनगरी से तीन किलोमीटर दूर कडमाल में शुक्रवार को बस धमाके की घटना के बाद वैष्णो देवी के भक्तों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है। मंगलवार शाम छह बजे तक दस हजार भक्त पंजीकरण करवाकर भवन की ओर प्रस्थान कर चुके थे।

वहीं कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को बीस हजार के करीब भक्त पंजीकरण करवा कर मां वैष्णो देवी की प्राकृतिक पिंडियों के समक्ष हाजिरी लगाने पहुंचे थे। मंगलवार शाम चार बजे तक आठ हजार भक्तों ने अपना पंजीकरण करवाया था। शाम छह बजे तक दस हजार भक्त कक्ष से पंजीकरण करवा कर भवन की ओर रवाना हुए। इस आंकड़े में मंगलवार की ऑनलाइन संख्या का आंकड़ा जोड़ना बाकी था।

वहीं बस हादसे से पहले हर दिन तीस से पैंतीस हजार भक्त मां के दरबार में हर दिन आ रहे थे, लेकिन इसके बाद यात्रा का आंकड़ा आधा रह गया। इसके कारण व्यापारी वर्ग भी चिंतित दिखाई दे रहा है। स्थानीय दुकानदार राकेश कुमार, सोहन कोहली, रमेश शर्मा, मोहन लाल, करण सिंह आदि का कहना है कि इस वर्ष यात्रा में इजाफा होने की उम्मीद थी। पहले दो वर्ष कोविड के कारण काम ठप रहा और इस वर्ष थोड़ा काम में इजाफा हुआ तो यह हादसा हो गया। इसके बाद यात्रा में काफी गिरावट आई है।

आग पर काबू पाने के बाद हेलिकॉप्टर सेवा बहाल 
त्रिकुटा और दूसरी पहाड़ी पर लगी आग पर पूरी तरह से काबू पाने के साथ ही हेलिकॉप्टर सेवा को बहाल कर दिया है। शनिवार से ही दिन रात लगातार श्राइन बोर्ड, वन विभाग व फायर सर्विस सहित अन्य एजेंसियां जुटी हुई थीं। आग के कारण बंद की गई हेलिकॉप्टर सेवा मंगलवार सुबह से बहाल हो गई।
अर्धकुंवारी से भवन तक बैटरी कार सेवा व भवन से भैरों घाटी तक रोपवे सेवा भी लगातार जारी है। वहीं भवन से मिली जानकारी के अनुसार पिछले दो दिन आग लगने की वजह से भवन में भी तापमान में बढ़ोतरी हो गई थी, लेकिन आग पर काबू पाने के बाद अब सब सामान्य हो गया है। गौरतलब है कि त्रिकुट पर्वत व साथ की पहाड़ियों पर आग के चलते कटड़ा से सभी हेलिकॉप्टर श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय परिसर में शिफ्ट कर दिए गए थे।

By Tarun

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Uttarakhand