मथुरा गोवर्धन में कोरोना से प्रभावित व्यापारियों को इस बार मुड़िया मेला में अच्छा व्यापार हुआ है। पांच दिवसीय मुड़िया मेले में चनौरी, चिड़वा, पेड़ा, दूध, चाय व सामान स्टैंड संचालकों ने 2 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है। अनुमानित 1 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गोवर्धन पहुंचकर परिक्रमा लगाई।
श्रद्धालुओं के आगमन से व्यापार भी इस बार अच्छा हुआ है। कोरोना के दो साल बाद लगे इस मेला में भीड़ के आगमन को देखते हुए गोवर्धन के प्रसिद्ध गिरिराज जी मंदिरों की सेवा के ठेके 3.50 करोड़ में उठाए गए थे। मंदिरों में भी अच्छा चढ़ावा आया है। अभी तक गोवर्धन का व्यापारी बुरी तरह प्रभावित था। इस बार मेला शुरू होते ही व्यापारियों में फड़ सजा लिए। सात कोसीय परिक्रमा मार्ग में जगह-जगह चिड़वा, चनौरी, पेड़ा, दूध, चाय, सामान स्टैंड की दुकान खोलकर इन व्यापारियों ने 2 करोड़ मुनाफा कमाया।

भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री संजीव खंडेलवाल ने बताया कि कोरोना महामारी के बाद मुड़िया मेला संपन्न हुआ है। मुड़िया मेले में एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आगमन का अनुमान है। 5 दिनों में संपूर्ण व्यापार का अनुमानित आंकड़ा 60 करोड़ के आसपास है।

मुकुट मुखारबिंद मंदिर के सेवायत संजय शर्मा ने बताया कि मुड़िया मेले पर गोवर्धन के प्रसिद्ध गिरिराजजी मंदिरों के सेवा का ठेका 3.50 करोड़ में उठाए गए थे। मेला के 5 दिनों में मंदिरों में अनुमानित चढ़ावा 1.25 करोड़ के आसपास आने की उम्मीद है।
व्यापारी राजकुमार मामा ने बताया कि गोवर्धन का व्यापारी कोरोना से बुरी तरह प्रभावित था। दो साल मेला भी नहीं लगा। इस बार मुड़िया मेले से व्यापार अच्छा हुआ है। खास कर सब्जी, परचून, पेड़ा, दूध, चाय, चनौरी, चिड़वा, पोशाक, शृंगार, फूलमाला, सामान स्टैंड संचालकों को अच्छा लाभ हुआ है।

भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के गोवर्धन नगर अध्यक्ष गौतम खंडेलवाल ने बताया कि गोवर्धन के मुड़िया मेले से लोगों को बड़ी उम्मीद रहती है। इस मेला में गरीब मजदूर वर्ग के लोग भी फुटपाथ पर चिड़वा, चनौरी, दूध, फूल आदि की दुकान खोलकर मुनाफा कमाते हैं। इस मेले में बड़े व्यापारियों के अलावा गरीब मजदूर वर्ग के लोगों ने भी लाभ उठाया है।