सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने कहा कि हर 15 दिन बाद ऑनलाइन बुकिंग पोर्टल खोला जा रहा है। उन्होंने सभी यात्रियों से अपील की है कि केवल ऑफिशियल पोर्टल से ही बुकिंग करें। किसी प्रकार भी टिकट ब्लैक करने वालों के जाल में न फंसे। साथ ही उन्होंने कहा कि ब्लैक मार्केटिंग करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।

प्रदेश के पर्वतीय जिलों में बारिश, बर्फबारी के बीच भले ही सड़क मार्ग से केदारनाथ यात्रा बाधित हो रही हो लेकिन हेली सेवाओं से 23 मई को एक ही दिन में 1700 तीर्थयात्रियों ने केदारधाम के दर्शन किए। यूकाड़ा की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 30,883 तीर्थयात्री उत्तराखंड में संचालित हेलीसेवाओं का लाभ उठा चुके हैं।

प्रदेश में कुल नौ ऑपरेटर यात्रियों के लिए हेली सेवाएं मुहैया करा रहे हैं। 23 मई को सभी ऑपरेटरों ने 305 शटल सेवाओं का संचालन किया, जबकि अभी तक कुल 5577 शटल सेवाएं संचालित की जा चुकी हैं। केदारनाथ धाम के लिए रुद्रप्रयाग जिले के सिरसी, फाटा और गुप्तकाशी से हेली सेवा का संचालन किया जा रहा है।
बारिश के दौरान यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर रहने की सलाह दी गई है। बारिश रुकने की स्थिति और मौसम साफ होने के बाद ही तीर्थयात्रियों को आगे भेजा जा रहा है। विभाग के मुताबिक, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के नियमों के तहत हेली सेवाओं का संचालन किया जा रहा है।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने कहा कि हर 15 दिन बाद ऑनलाइन बुकिंग पोर्टल खोला जा रहा है। उन्होंने सभी यात्रियों से अपील की है कि केवल ऑफिशियल पोर्टल से ही बुकिंग करें। किसी प्रकार भी टिकट ब्लैक करने वालों के जाल में न फंसे। साथ ही उन्होंने कहा कि ब्लैक मार्केटिंग करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।

By Tarun

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