रामनवमी पर कई राज्यों में हुए बवाल की आग शनिवार को दिल्ली भी पहुंच गई। हनुमान जयंती के मौके पर दिल्ली के जहांगीरपुरी में निकाली जा रही शोभा यात्रा पर कुछ शरारती तत्वों ने पथराव कर दिया। इसके बाद हालात बिगड़ गए। दोनों समुदाय के लोग आमने सामने आकर पथराव करने लगे। छतों पर से शोभा यात्रा निकाल रहे लोगों पर पथराव किया गया। उपद्रवियों ने सड़क पर खड़े वाहनों के अलावा पुलिस के कुछ वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी कर दी। सूचना मिलते ही आसपास के जिलों से पुलिस बल मौके पर बुलाया गया। हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड़ा गया।
संवेदनशील इलाका, बांग्लादेशी भी रहते हैं
उत्तर पश्चिमी जिले का जहांगीरपुरी इलाका बेहद सघन और मिश्रित आबादी वाला है। यहां हिंदू-मुस्लिम समुदाय के लोग रहते हैं, जो निम्न व निम्न मध्य वर्ग से आते हैं। बीच-बीच में झुग्गी बस्तियां भी हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि हनुमान जन्मोत्सव पर निकाली शोभा यात्रा के दौरान सी-ब्लॉक में जहां बलवा हुआ, वहां बड़ी संख्या में बांग्लादेशी रहते हैं
इलाका पहले से ही संवदेनशील है। उत्तर पश्चिमी संसदीय क्षेत्र और बादली विधान सभा का जहांगीरपुरी इलाका डीडीए ने विकसित किया है। इलाके को ब्लॉक के हिसाब से बांटा गया है। इसका विस्तार जहांगीरपुरी ए ब्लॉक से जे ब्लॉक तक है।
येलो लाइन के जहांगीरपुरी मेट्रो स्टेशन से जगजीवनराम हॉस्पिटल की तरफ जाने वाली सड़क यहां पहुंचने का मुख्य मार्ग है। बीच-बीच में ब्लॉक को जोड़ने वाली उप-सड़कें हैं। यह एक से जे ब्लॉक को अलग-अलग हिस्सों बांटती है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि सी-ब्लॉक और एच-टू झुग्गी में बांग्लादेशी आबादी सबसे अधिक है।
बी के साथ सी ब्लॉक में भी मुस्लिम आबादी है। वहीं, जी व एच ब्लॉक में हिंदू आबादी है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बलवा सी ब्लॉक के मंगल बाजार से कुशल सिनेमा के बीच हुआ। यहां की मुस्लिम आबादी ज्यादा है।
प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि शाम करीब छह बजे शोभा यात्रा सी-ब्लॉक के कुशल सिनेमा से मंगल बाजार को जोड़ने वाली सड़क से गुजर रही थी। इस बीच पथराव होने लगा। इसके बाद हालात बिगड़ गए। दोनों तरफ से नारेबाजी होने लगी और हथियार भी लहराए गए।
अचानक होने लगी पत्थरबाजी
मौके पर मौजूद नीरज कुमार ने बताया कि शाम करीब छह बजे शोभा यात्रा निकाली गई थी। सब-कुछ शांतिपूर्वक चल रहा था। कुशल सिनेमा से गुजरते वक्त अचानक पत्थरबाजी होने लगी। इससे हिंसा भड़क गई।
इलाके में मछली का कारोबार करने वाले सोहन कुमार ने बताया कि शोभा यात्रा शांति पूर्वक निकल रही थी। पत्थरबाजी होने से हिंसा भड़की है। एक महिला ने बताया कि हम लोग बाजार गए थे।
वापस घर लौटे दस मिनट भी नहीं हुए थे कि दरवाजे के सामने पत्थर गिरने लगे। कुछ समझ में आता, उससे पहले नारेबाजी शुरू हो गई। हम सब सहम गए थे। पुलिस के पहुंचने पर थोड़ी राहत मिली।