मौसम विभाग की ओर से मंगलवार को पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के साथ ही बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं से मैदान से लेकर पहाड़ तक बारिश की संभावना जताई है। यदि मौसम विज्ञानियों की भविष्यवाणी सच होती है और पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश होती है, तो इसका सीधा असर चारधाम यात्रा पर भी पड़ेगा।
दो साल बाद पूरे जोश-ओ-खरोश के साथ आज से चारधाम यात्रा शुरू हो गई है। यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट आज सुबह मंगलवार को विधिवत रूप से पूजा-अर्चना के बाद आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। गंगोत्री, केदारनाथ, बदरीनाथ के साथ ही यमुनोत्री भी चारधाम का हिस्सा है। यहीं से चारधाम यात्रा की शुरुआत मानी जाती है।यदि मौसम विज्ञानियों की भविष्यवाणी सच होती है और पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश होती है, तो इसका सीधा असर चारधाम यात्रा पर भी पड़ेगा। बारिश के चलते जहां चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं, वहीं चारधाम यात्रा को लेकर सरकार, शासन, जिला प्रशासन की ओर से की गई तैयारियों की भी कलई खुल सकती है
मौसम विभाग की ओर से जारी की रिपोर्ट के मुताबिक, यात्रा के पहले दिन पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से बारिश की पूरी संभावना है। यदि मैदान से लेकर पहाड़ों तक तक बारिश होती है, तो चारधाम यात्रा मार्गों में भी बारिश से भूस्खलन का पूरा खतरा रहेगा