एक जून को यात्री आदि कैलाश के लिए रवाना होंगे। टीआरसी के प्रबंधक संजय कुमार ने बताया कि पहली बार आदि कैलाश यात्री सीधे भीमताल पहुंचेंगे। यात्रा को लेकर उत्साह भी नजर आ रहा है। इससे पहले काठगोदाम टीआरसी में उनका स्वागत होता था।

तीन साल बाद एक बार फिर आदि कैलाश यात्रा शुरू होने जा रही है। 35 यात्रियों का पहला जत्था 30 मई की रात दिल्ली से रवाना होकर 31 मई की सुबह भीमताल टीआरसी में पहुंचेगा। यहां उनका छोलिया नृत्य और कुमाऊंनी परिधान में महिलाएं तिलक लगाकर स्वागत करेंगी।
टीआरसी के प्रबंधक संजय कुमार ने बताया कि पहली बार आदि कैलाश यात्री सीधे भीमताल पहुंचेंगे। यात्रा को लेकर उत्साह भी नजर आ रहा है। इससे पहले काठगोदाम टीआरसी में उनका स्वागत होता था। उन्होंने बताया कि 31 मई की सुबह 35 यात्री भीमताल पहुंचेंगे। यहां से रवाना होने के बाद वे पिथौरागढ़ में रात्रि विश्राम करेंगे। एक जून को यात्री आदि कैलाश के लिए रवाना होंगे। उन्होंने बताया कि आदि कैलाश तक की पूरी यात्रा वाहनों से होगी।