वीकेंड और श्नैश्चरी अमावस्या पर हरिद्वार में यात्रियों का सैलाब उमड़ पड़ा। गंगा घाटों के साथ बाजरों में बड़ी संख्या में यात्री नजर आए। श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी समेत अन्य गंगा घाटों डुबकी लगाई और शनि देव की पूजा अर्चना करके दान किया।

शनैश्चरी अमावस्या पर बड़ी संख्या में बाहरी राज्यों के श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे। सुबह से दिल्ली एनसीआर, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा आदि प्रदेशों से श्रद्धालुओं का यहां आना शुरू हो गया था। हाईवे पर अन्य दिनों की अपेक्षा यातायात का भारी दबाव देखने को मिला। जैसे जैसे दिन चढ़ा हरकी पैड़ी समेत प्रमुख गंगा घाटों पर यात्रियों की भीड़ बढ़ती गई। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान करने के बाद मंदिरों के दर्शन किए। शनि मंदिरों में काफी भीड़ रही। शनिदेव की पूजा अर्चना करने के बाद गरीबों को दान देकर पुण्य कमाया।

श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने से दुकानदारों के चेहरे खिले रहे। अपर रोड बाजार, मीठा कुआं बाजार, मोती बाजार, सुभाष घाट बाजार में खरीदारी करने के लिए श्रद्धालुओं की अच्छी खासी भीड़ रही। नारायण ज्योतिष संस्थान के विकास जोशी ने बताया कि अमावस्या अगर शनिवार के दिन पड़ रही हो उसे शनैश्चरी अमावस्या कहा जाता है। उन्होंने कहा कि शनि अमावस्या के दिन गंगा स्नान, दान व शनि देव की विधिवत पूजा अर्चना करने से शनि की साढ़े साती का प्रभाव कम होता है, पितरों को खुश किया जा सकता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
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आज भी भीड़ बढ़ने की संभावना
रविवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। मैदानों में पड़ रही गर्मी के कारण बड़ी संख्या में यात्रियों के साथ सैलानी उत्तराखंड का रुख कर रहे हैं। इसलि पुलिस ने भी यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए तैयारियां कर ली हैं।

By Tarun

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