गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में दो दिवसीय ज्योति कलश यात्रा कार्यशाला शुरू हुई। इसमें ओडिशा व छत्तीसगढ़ के एक हजार से अधिक चयनित सक्रिय कार्यकर्ता शामिल हुए। कार्यशाला में गायत्री परिवार की संस्थापिका माता भगवती देवी शर्मा एवं सिद्ध अखंड ज्योति की शताब्दी वर्ष 2026 के तहत संचालित होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी भी दी गई। कार्यशाला को संबोधित करते हुए शांतिकुंज व्यवस्थापक योगेंद्र गिरी ने कहा कि शांतिकुंज से जुड़े साधक जाग्रत आत्माएं हैं। ज्योति कलश रथ यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। कहा कि आचार्यजी के विचारों को जन जन तक पहुंचाना है। व्यवस्थापक श्री गिरी ने ज्योति से ज्योति जलाएंगे, देश को जगाएंगे और दुनिया को जगमगाएंगे स्लोगन के जरिए सभी को जागरूक किया। कार्यशाला के पहले दिन दिन डॉ. ओपी शर्मा ने ज्योति कलश यात्रा का स्वरूप और व्यवस्थाओं पर विस्तृत जानकारी दी। श्री श्याम बिहारी दुबे ने कहा कि गायत्री परिवार की संस्थापिका एवं नारी जागरण अभियान की प्रणेता माता भगवती देवी शर्मा एवं अखंड ज्योति के शताब्दी वर्ष के तहत पूरे देश में देवभूमि स्थित गायत्री तीर्थ शांतिकुंज से सनातन संस्कृति व सद्ज्ञान की धारा बहाई जाएगी।

छत्तीसगढ़ की कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े अपने परिवार सहित गायत्री तीर्थ शांतिकुंज पहुंचीं। यहां उन्होंने अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या एवं शैलदीदी से भेंट कर आशीर्वाद व मार्गदर्शन लिया। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आध्यात्म की चेतना जहां शांतिकुंज जगा रहा है। वहीं देसंविवि के प्रतिकुलपति व युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पंड्या शिक्षा और सांस्कृतिक धरोहर से प्रकाश फैला रहे हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय की व्यवस्था की प्रशंसा की। लक्ष्मी राजवाड़े ने जीवन विद्या के आलोक केंद्र, देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रकल्पों का भी अध्ययन किया। प्रज्ञेश्वर महादेव मंदिर में अभिषेक कर राज्य के विकास की प्रार्थना की।

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