विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने कहा है कि संत परंपरा भारत को महान बनाती है। अखाड़ों की गौरवशाली परंपरा विश्व विख्यात है। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल शिक्षा सेवा के साथ-साथ चिकित्सा क्षेत्र में भी सहभागिता निभाकर समाज कल्याण में योगदान प्रदान कर रहा है।
विधानसभा अध्यक्ष शुक्रवार को श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल की छावनी में गरीब एवं निराश्रितों की सेवा के लिए निर्मल चिकित्सालय के उद्घाटन पर बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि संतों का जीवन परमार्थ के लिए समर्पित रहता है। शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि संतों के दर्शन मात्र से ही व्यक्ति का जीवन संवर जाता है।

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि कोरोनाकाल में भी निर्मल अखाड़े द्वारा छावनी में मरीजों के लिए 200 बेड का हॉस्पिटल नि:शुल्क रूप से तैयार किया गया था। आज स्थायी रूप से हॉस्पिटल शुरू कर दिया। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि संतों का जीवन सेवा और परोपकार को ही समर्पित रहता है। श्रीराम मंदिर निर्माण के संयोजक चंपत राय और विश्व हिंदू परिषद के दिनेश चंद ने कहा कि समाज के जरूरतमंद की सेवा के लिए अस्पताल की स्थापना कर निर्मल पंचायती अखाड़े ने सराहनीय कार्य किया है।
इस मौके पर उन्नाव सांसद एवं महामंडलेश्वर स्वामी हरि सच्चिदानंद साक्षी महाराज, श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह, श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के कोठारी महंत जसबितदर सिंह, श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के श्रीमहंत रघुमुनि, महंत देवेंद्र सिंह शास्त्री, महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद, महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश, बाबा हठयोगी, महंत दुर्गादास आदि मौजूद रहे।

By Tarun

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