इसके लिए पर्यटन विभाग ने रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर भी धामों की वहन क्षमता के अनुसार प्रतिदिन पंजीकरण की व्यवस्था को लागू किया है। तय क्षमता के मुताबिक पंजीकरण फुल होने पर तीर्थयात्री अगली उपलब्ध तिथियों पर पंजीकरण करा सकेंगे।
चार धामों में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अब तय क्षमता से अधिक तीर्थयात्रियों का पंजीकरण नहीं किया जाएगा। इसके लिए पर्यटन विभाग ने रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर भी धामों की वहन क्षमता के अनुसार प्रतिदिन पंजीकरण की व्यवस्था को लागू किया है। तय क्षमता के मुताबिक पंजीकरण फुल होने पर तीर्थयात्री अगली उपलब्ध तिथियों पर पंजीकरण करा सकेंगे। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि सरकार ने केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की वहन क्षमता को देखते हुए दर्शन के लिए प्रतिदिन तीर्थयात्रियों की संख्या तय की है। अब रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर पंजीकरण के लिए सॉफ्टेवयर को तय क्षमता के अनुसार डिजाइन किया गया है। जिन तिथियों में निर्धारित सीमा तक रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं, उन पर और अधिक पंजीकरण नहीं किया जाएगा। तीर्थयात्रियों को अगली उपलब्ध तिथियों पर रजिस्ट्रेशन करने की सलाह दी जा रही है। उन्होंने कहा कि पंजीकरण करते समय तीर्थयात्री पंजीकरण की उपलब्धता को देखने के बाद ही अपना यात्रा का प्लान बनाएं।
चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर registrationandtouristcare.uk.gov.in पर पंजीकरण करना अनिवार्य है। बता दें कि सरकार ने केदारनाथ धाम में 13 हजार, बदरीनाथ धाम में 16 हजार, गंगोत्री में आठ हजार व यमुनोत्री धाम में पांच हजार संख्या तय की है।