अब किसी भी धर्मस्थल पर तेज आवाज में लाउडस्पीकर नहीं बज सकेगा। लाउडस्पीकर की आवाज परिसर के अंदर ही रहे। इससे अधिक न हो। डीएम हर्षिता माथुर और पुलिस अधीक्षक रोहन प्रमोद बोत्रे ने धर्मगुरुओं के साथ बुधवार को कलक्ट्रेट में बैठक करके शासन के दिशा-निर्देशों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उन्मादी लोगों व झूठी अफवाह फैलाने वाले अराजक तत्वों से प्रशासन सख्ती से निपटेगा। प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने आगामी त्योहारों पर आपसी सौहार्द, भाईचारा, शांति एवं सौहार्द रखने की अपील की।
डीएम ने कहा कि धार्मिक संवेदनशील मामलों में माहौल खराब करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस और प्रशासन का सहयोग करें। विशेष दिवसों को शक्ति का प्रदर्शन न करके स्नेह का प्रदर्शन करके मनाएं। कहीं कोई अप्रिय घटना की संभावना हो तो पुलिस प्रशासन के संज्ञान में लाएं। यह जनपद गंगा जमुनी तहजीब और आपसी सौहार्द की मिसाल रहा है। इसी भाईचारे को बनाए रखें। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर का प्रयोग तेज आवाज में न करें। आवाज उसी परिसर में ही रहे। रमजान, ईद का त्यौहार और अक्षय तृतीया आदि के दृष्टिगत समस्त धर्मगुरु और संभ्रांत नागरिक जनपद में आपसी सौहार्द, सामाजिक समरसता तथा शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने में पूर्ण सहयोग करें। जनपद में बिना अनुमति के कोई भी शोभायात्रा या धार्मिक जुलूस नहीं निकलेगा। केवल परंपरागत कार्यक्रमों को ही अनुमति दी जाएगी। किसी नई परंपरा की शुरूआत नहीं होने दी जाएगी। कानून व्यवस्था से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्माद या झूठी अफवाहें फैलाने वालों व अराजक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। धार्मिक कार्यक्रम, पूजा पाठ निर्धारित स्थान पर ही हों। सड़क मार्ग या यातायात बाधित कर कोई धार्मिक आयोजन नहीं होना चाहिए। त्योहारों पर आपसी सौहार्द, भाईचारा, शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखें। समस्त धर्मगुरुओं एवं संभ्रांत नागरिकों ने आश्वासन दिया कि जनपद में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूर्ण सहयोग करते हुए पुलिस एवं प्रशासन की अपेक्षाओं पर खरा उतरेंगे।बैठक में एडीएम एके श्रीवास्तव, एएसपी अनिल कुमार, सभी एसडीएम, सीओ तथा एसओ एवं सभी वर्गों के धर्मगुरु एवं संभ्रात नागरिक उपस्थित रहे।