रविवार को बैठक में बताया गया कि तारकेश्वर धाम में सोमवार को पांच दिनी शिव पूजन के शुभारंभ और मेला उद्घाटन के बाद मंगलवार को कांटा झाप एवं जात्रा अनुष्ठान होगा। बुधवार को झांकी लीलावती विवाह एवं बाउल संगीत, बृहस्पतिवार को प्रसिद्ध चड़क पूजा एवं अंतिम दिन शुक्रवार को बाबा का विशाल भंडारा एवं जात्रा अनुष्ठान किया जाएगा। रामनगर से पहुंची सन्यासियों की मंडली की ओर से भव्य झांकी प्रस्तुत की जाएगी। पूजा कमेटी के अध्यक्ष सुमित मंडल ने बताया कि पिछले दो वर्ष से कोरोना महामारी की वजह से मेले का आयोजन नहीं हो सका था। इसके बाद इस वर्ष और भी भव्य और दिव्य तरीके से मेले का आयोजन होने जा रहा है। इसके लिए पूजा कमेटी ने सभी तैयारियां भी पूर्ण कर ली हैं। उन्होंने बताया कि धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए रुद्रपुर, दिनेशपुर, रामनगर व गोभिया सहित विभिन्न क्षेत्रों से सैकड़ों की संख्या में सन्यासियों की मंडली पहुंच चुकी है। पश्चिम बंगाल से चड़क बाबा भी प्रसिद्ध चड़क पूजा करने के लिए आए हैं। बताया कि मेले में बच्चों के खेल-तमाशे और अनेक प्रकार के झूले मनोरंजन के लिए लगाए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस कर्मी भी तैनात रहेंगे। वहां अनंत हालदार, कानू सरकार, सुशांत राय, मुकुल पोद्दार, उत्तम शील, गणेश सरकार आदि थे।