सुबह करीब आठ बजे सलधार के पास अचानक चट्टान का एक हिस्सा टूटकर हाईवे पर आ गया, जिससे यहां वाहनों की आवाजाही रुक गई। हाईवे बंद होने की सूचना मिलते ही बीआरओ की टीम ने हाईवे से बोल्डर और मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया।
जोशीमठ-मलारी हाईवे

तिब्बत सीमा क्षेत्र को यातायात से जोड़ने वाला जोशीमठ-मलारी हाईवे गुरुवार को सलधार के समीप चट्टान खिसकने से करीब छह घंटे बाधित रहा। इस दौरान सेना व आईटीबीपी के साथ ही स्थानीय वाहनों की आवाजाही थमी रही

सुबह करीब आठ बजे सलधार के पास अचानक चट्टान का एक हिस्सा टूटकर हाईवे पर आ गया, जिससे यहां वाहनों की आवाजाही रुक गई। हाईवे बंद होने की सूचना मिलते ही सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की टीम ने जेसीबी मशीनों की सहायता से हाईवे से बोल्डर और मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया।

करीब छह घंटे बाद दोपहर दो बजे हाईवे को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया। हाईवे खुलने के बाद नीती घाटी के गांवों के साथ ही सेना व आईटीबीपी के जवानों ने राहत की सांस ली।

By Tarun

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Uttarakhand