गर्मियों की छुट्टियों में धर्मनगरी दिल्ली एवं एनसीआर के लोगों के लिए फेवरेट डेस्टिनेशन बन गई है। दिल्ली एनसीआर से आने वाले लोग वीकेंड पर सुबह धर्मनगरी पहुंचने के बाद शाम तक घर वापसी कर रहे हैं। गंगा स्नान के साथ ही मंदिरों में दर्शन कर जंगल सफारी होने से यात्रियों के एक बार में ही तीन काम हो रहे हैं। इससे बच्चों का जहां मनोरंजन हो रहा है, वहीं परिवार के बड़े-बुजुर्ग पुण्यलाभ भी कमा रहे हैं।
उत्तर भारत में गर्मी चरम पर है। वहीं दूसरी तरफ स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियां भी पड़ गई हैं। ऐसे में दिल्ली-एनसीआर की गर्मी लोगों को झुलसा रही है। गर्मी से एक दिन के लिए राहत पाने को दिल्ली एनसीआर में रहने वाले लोग धर्मनगरी का रुख कर रहे हैं। शनिवार को सरकारी एवं अर्द्ध सरकारी कार्यालयों में शाम पांच बजे अवकाश होने के बाद लोग धर्मनगरी के लिए निकल पड़ते हैं। रात 10 बजे तक धर्मनगरी हरिद्वार पहुंचने पर रात को होटलों में ठहरने के बाद रविवार की सुबह गंगा स्नान करते हैं। इसके बाद मां मनसा देवी, मां चंडी देवी मंदिर समेत अन्य मंदिरों में दर्शन करने के बाद बचे हुए समय का सदुपयोग करने के लिए सीधे जंगल सफारी के लिए निकल जाते हैं।
जंगल सफारी में हाथियों से लेकर अन्य जंगली जानवरों को देखने के बाद वह अपने गंतव्यों को वापस निकल जा रहे हैं। वहीं गर्मियों की छुट्टी होने के साथ ही सड़कों पर भी वाहनों का दबाव बढ़ने से पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।
जंगल सफारी का ले रहे आनंद
चीला रेंज, राजाजी टाइगर रिजर्व, झिलमिल झील पर पहुंचकर यात्री जंगल सफारी का आनंद ले रहे हैं। झिलमिल झील पर तो रात्रि में विश्राम के लिए टेंट भी लगे हुए हैं। ऐसे में यहां पर अधिकतर यात्री रात गुजारने के बाद सुबह के समय वापस लौट रहे हैं।
बाजारों में भी भीड़
गर्मी के दिनों में अधिकतर शहरों में दोपहर में बाजार बंद कर व्यापारी विश्राम को चले जाते हैं। लेकिन, धर्मनगरी में पूरे दिन भक्तों की भीड़ रहती है। दुकानों पर खरीदारों की भीड़ से व्यापारियों के चेहरे खिले हैं और रेस्टोरेंट, होटल में भक्तों की भीड़ ने काम करने वाले कर्मचारियों की मेहनत बढ़ा दी है।