ऋषिकेश। चारधाम यात्रा में विदेशी यात्रियों का हुजूम उमड़ता है। लेकिन इस बार चारधाम यात्रा से विदेशी यात्री गायब दिख रहे हैं। बीते 3 मई से अब तक आईएसबीटी परिसर में एक भी विदेशी यात्री चारधाम पंजीकरण के लिए लाइन में खड़ा नहीं दिखा है। योगनगरी में भी गिने चुने विदेशी पर्यटकों की आवाजाही देखने को मिल रही है।
कोरोनाकाल के चलते योगनगरी में ठहरे सभी विदेशी मेहमान स्वदेश लौट गए हैं। कोविड में थोड़ा राहत मिलने के करीब डेढ़ वर्ष बाद अंतरराष्ट्रीय सेवाएं शुरू हुई हैं। अंतरराष्ट्रीय सेवाओं के किराए में भी बढ़ोतरी हुई है। यही नहीं छह महीने के यात्रा वीजा पर योगनगरी पहुंचने वाले विदेशी मेहमानों की वीजा की समयावधि भी घटा दी है। जो मात्र एक महीने के लिए कर दिया है। ऐसे में विदेशी मेहमान योगनगरी आने से दूरी बना रहे हैं। वर्ष 2019 की बात करें तो विदेशी पर्यटक यहां करीब छह महीने के यात्रा वीजा पर पहुंचते थे। वीजा का समय समाप्त होने से पहले विदेशी पर्यटक नेपाल जाकर इसकी समयावधि बढ़ा देते थे। जहां वे यहां रहकर चारधाम यात्रा के दौरान दर्शन के लिए निकलते थे। जहां रोजाना गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में इनकी संख्या सौ का आंकड़ा पार करता था। यात्रा के विभिन्न पड़ावों पर विदेशी मेहमान अन्य तीर्थयात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र होते थे। लेकिन इस बार चारधाम यात्रा से इनकी रौनक गायब हो गई है।