केदारनाथ में बढ़ रही यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए शासन की ओर से प्रतिदिन दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या का निर्धारण कर दिया गया है। यात्रियों की संख्या का निर्धारण का ट्रांसपोर्टरों ने भी मिली जुली प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

मंगलवार को शासन की ओर से केदारनाथ में यात्रियों के दर्शन करने की क्षमता 15 हजार और यमुनोत्री में दर्शन करने की क्षमता पांच हजार कर दी गई है। यात्रियों की संख्या निर्धारण करने के बाद पंजीकरण काउंटर पर अब यात्रियों को दर्शन करने की तारीख मिल रही है। आईएसबीटी स्थित चारधाम यात्रा पंजीकरण काउंटर पर केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को 20 मई की तिथि मिल रही थी। टीजीएमओ कंपनी के सचिव हिम्मत सिंह रावत ने बताया कि एक ओर से सरकार 30 लाख यात्रियों का आने का दावा कर रही है। वहीं केदारनाथ में एक दिन में दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या 15 हजार तय करने से बाहरी राज्यों से आने वाले यात्रियों को परेशानी होगी। जो यात्री अपना प्लान बनाकर अपने घर से चले हैं। यदि ऋषिकेश पंजीकरण के दौरान उन्हें 15 दिन बाद की तिथि दर्शन के लिए मिलती है तो वह परेशान हो जाएंगे। सरकार को व्यवस्था दुरुस्त कर केदारनाथ में दर्शन करने वालों की संख्या 30 हजार करनी चाहिए। वहीं ट्रांसपोर्टर मदन कोठारी ने बताया कि कई यात्रियों ने हेली सर्विस के टिकट बुक करा रखे हैं। यदि उन्हें उस दिन दर्शन करने की तिथि नहीं मिलती है तो टिकट बेकार हो जाएगा। सरकार को केदारनाथ में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त कर यात्रियों के दर्शन करने के लिए संख्या वाला आदेश वापस ले लेना चाहिए।केदारनाथ में एक दिन में दर्शन करने वाले यात्रियों की 15 हजार करने और यमुनोत्री में पांच हजार करने का शासन की ओर से फैसला लिया गया है। यह फैसला स्थानीय प्रशासन की रिपोर्ट के आधार पर यात्रियों की सुविधा को लेकर लिया गया है।
– एके श्रीवास्तव, चारधाम यात्रा प्रशासन के नोडल अधिकारी

By Tarun

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