हरिद्वार महाकुंभ के दूसरे दिन शुक्रवार को निरंजनी पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। यात्रा कनखल काली मंदिर से दक्षिणेश्वर काली मंदिर तक गई। शोभायात्रा में सबसे आगे घोड़ों पर नागा साधु विराजमान दिखे। जिन्हें देखने के लिए लोगों की भड़ जमा हो गई। इस दौरान लोग उनके साथ सेल्फी भी लेते दिखे। स्वामी कैलाशनंद गिरि रथ पर सवार दिखे। उनके पीछे अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरी और निरंजनी आखड़ा के सचिव रविंद्र पुरी का रथ दिखा। इससे पहले पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में कुंभ मेले के पहले दिन आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि, आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरि, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि, निरंजनी अखाड़ा के कुंभ मेला प्रभारी श्रीमहंत रविंद्रपुरी के नेतृत्व में गुरु निरंजन देव का पूजन किया गया। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में अखाड़े के पंच परमेश्वर और अन्य संतों ने गुरु निरंजन देव की पूजा अर्चना कर कुंभ मेले की शुरुआत करते हुए प्रसाद वितरण किया। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने कहा कि सरकार की ओर से कुंभ मेले का नोटिफिकेशन एक अप्रैल से जारी करते हुए मेला प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए गाइडलाइन का पालन जरूरी है। आनंद अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरि ने कहा कि कुंभ मेला देश ही नहीं पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति का शिखर पर्व है।अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि कुंभ मेला दिव्य और भव्य रूप से आयोजित होगा।पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के कुंभ मेला प्रभारी श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि कुंभ मेले के आगाज के पहले दिन अखाड़ा में गुरु निरंजन देव का पूजन विधि विधान से किया गया।इस मौके पर मेला अधिकारी दीपक रावत, आईजी संजय गुंज्याल,  स्वामी ऋत्वान भारती, श्रीमहंत दिनेश गिरी, श्रीमहंत रामरतन गिरि, श्रीमहंत ओंकार गिरि, श्रीमहंत राधे गिरि, श्रीमहंत नरेश गिरि आदि मौजूद रहे।

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