एसपीएस राजकीय अस्पताल में कांवड़ यात्रा को लेकर आयोजित बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान स्वास्थ्य विभाग की ओर से 40 से अधिक स्वास्थ्य शिविर बनाए जा रहे हैं, जिनमें स्वास्थ्यकर्मी 24 घंटे सेवा देंगे। शिविरों में सभी जरूरी दवाइयां और सुविधाएं उपलब्ध होंगी। स्वास्थ्य शिविरों की निगरानी के लिए पौड़ी, टिहरी, देहरादून और हरिद्वार जिले में एक-एक नोडल अधिकारी नियुक्त किए जा रहे हैं। यात्रा के दौरान स्थानीय विधायक और प्रशासनिक अधिकारी शिविरों की व्यवस्था का निरीक्षण करेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने कांवड़ यात्रा को लेकर सीएमओ देहरादून, हरिद्वार और टिहरी के साथ एसपीएस राजकीय अस्पताल में बैठक की। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान शिवभक्तों को सबसे बेहतर चिकित्सा सेवाएं दी जाएंगी। 26 जुलाई तक 24 घंटे कांवड़ियों को चिकित्सा सेवाओं का लाभ मिलेगा। शिविरों में दवाइयों और अन्य सामानों की आपूर्ति बाधित न हो इसकी निगरानी के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकारी अस्पताल में कई महीनों से बंद आईसीयू वार्ड एक महीने के अंदर शुरू हो जाएगा। आईसीयू शुरू होने से गंभीर मरीजों को भी अस्पताल में उपचार मिल पाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में 2400 चिकित्सक हैं, लेकिन सर्जनों की कमी है। आउटसोर्स और एनएचएम से सर्जन की नियुक्ति की जा रही है। जो सर्जन सेवानिवृत्त हो रहे हैं उन्हें उसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग में सेवा का मौका दिया जा रहा है। फिर भी जहां सर्जन की कमी हैं वहां एक-दो सर्जनों की नियुक्ति के लिए विज्ञप्ति जारी कर दी गई हैं।
उन्होंने कहा कि जिला और उप जिला अस्पतालों में जहां भी आईसीयू बने हैं, उन्हें स्टाफ देने का काम सरकार की ओर से किया जा रहा है। जो स्वास्थ्यकर्मी कोविड में अपनी सेवाएं दे रहे थे, मुख्यमंत्री के कहने पर उन्हें पद के सापेक्ष नियुक्त किया जा रहा है। जहां पद के सापेक्ष अधिक लगाए गए थे उनके लिए उपसमिति की बैठक हो गई है, जिसका जल्द ही कैबिनेट में निर्णय हो जाएगा। बैठक में मेयर अनीता ममगाईं, उपजिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी, देहरादून सीएमओ डॉ. मनोज उप्रेती, हरिद्वार सीएमओ डॉ. कुमार खर्गेंद्र, टिहरी सीएमओ डॉ. संजय जैन, प्रभारी सीएमएस पीके चंदोला आदि उपस्थित रहे।