नवनीत राणा… ये नाम आज अचानक से सुर्खियों में है। देशभर में इसकी चर्चा हो रही है। नवनीत अमरावती से निर्दलीय सांसद हैं और उनके पति रवि राणा बडनेरा से निर्दलीय विधायक हैं। दोनों ने शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने का एलान किया। यहीं से शुरू हो गया विवाद।
नवनीत और उनके पति रवि मातोश्री पहुंचते इसके पहले बड़ी संख्या में शिवसैनिक मुंबई स्थित उनके घर पहुंच गए। पूरे घर को घेर लिया और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। नवनीत दक्षिण की फिल्मों की अभिनेत्री रही हैं। उन्होंने कई पंजाबी फिल्मों में भी काम किया है
मामले की शुरुआत मार्च के अंत में हुई। जब भाजपा ने मुंबई के पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन देकर अजान से ध्वनि प्रदूषण बढ़ने की शिकायत की। 5 अप्रैल को मुंबई भाजपा के नेता मोहित कंबोज ने मंदिरों में हनुमान चालीसा चलाने के लिए मुफ्त लाउडस्पीकर देने का एलान किया। वहीं, दूसरी ओर मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने 3 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का सरकार को अल्टीमेटम दे दिया। ठाकरे के बायन के बाद इस मुद्दे को मनसे ने लपक लिया। मनसे कार्यकर्ता जगह-जगह लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे।
इस बीच इस पूरे विवाद में निर्दलीय विधायक रवि राणा और उनकी सांसद पत्नी नवनीत कौर राणा भी कूद गए। अमरावती की सासंद नवनीत ने अपने क्षेत्र में हनुमान चालीसा का पाठ किया। इस दौरान उनके साथ सैंकड़ों महिलाएं भी थीं। रवि राणा ने कहा कि हनुमान जन्मोत्सव के दिन वह और उनकी पत्नी मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। जिन मंदिरों में लाउडस्पीकर नहीं है वहां मुफ्त में लाउडस्पीकर का वितरण भी करेंगे। दो दिन पहले दोनों ने 23 अप्रैल यानी शनिवार को मुख्यमंत्री उद्धव के घर पर हनुमान चालीसा का पाठ करने का एलान कर दिया।
इसी एलान के बाद शिवसैनिक भी एक्टिव हो गए। शनिवार की सुबह शिवसैनिक नवनीत के घर पहुंच गए। शिवसैनिकों के हंगामे पर नवनीत राणा ने कहा, ‘महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने शिवसेना कार्यकर्ताओं को हमें परेशान करने का आदेश दिया। वे (शिवसेना कार्यकर्ता) बैरिकेड्स तोड़ रहे हैं। मैं फिर दोहराती हूं कि मैं बाहर जाऊंगी और ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का जाप करूंगी। सीएम केवल लोगों को जेल में डालना जानते हैं।’