अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी का कहना है कि सरकार को गंगा की सफाई का काम शुरू कर खनन को अनुमति दे देनी चाहिए। क्योंकि कुंभ मेला कार्यों के लिए निर्माण सामग्री की जरूरत पड़ रही है। संत समाज इसका कोई विरोध नहीं कर रहा है। सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में श्रीमहंत ने कहा कि आंदोलन करने वाले सरकार को स्टोन क्रेशर वालों की सुनवाई होनी चाहिए। कुंभ के कार्य तभी होंगे जब खनन होगा। अन्यथा पर्याप्त मात्रा में निर्माण सामग्री नहीं मिलेगी।
उन्होंने कहा कि हर साल गंगा की सफाई होती है। सरकार को तुरंत गंगा की सफाई का काम करना चाहिए। मुख्यमंत्री तुरंत खनन खुलवाएं, क्योंकि मेले के कार्यों में बहुत अधिक निर्माण सामग्री की जरूरत पड़ेगी। किसी को भी खनन को लेकर डरने की जरूरत नहीं है। सरकार को खनन से कोई नुकसान नहीं है बल्कि राजस्व का ही लाभ है। इसे तत्काल खोल देना चाहिए। संत समाज इसका कहीं कोई विरोध नहीं कर रहा है। खनन से कई लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार भी मिलता है। मेले के कार्यों को भी पूरा किया जाना है। निर्माण सामग्री गंगा की देन होती है। जब सस्ता मिल सकता है तो लोग महंगा क्यों ले रहे हैं।
कोरोना वायरस को लेकर श्रीमहंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि सरकार ने बचाव को जो तरीके बताए हैं लोगों को उसका पालन करना चाहिए। क्योंकि बचाव बहुत जरूरी है। डरने की कोई बात नहीं है।