पीलीभीत में भाजपा छोड़ कई महीने पहले बसपा में शामिल हुए दुर्गाचरण गुप्ता उर्फ अन्ना और उनके दोनों पुत्रों शिवा गुप्ता और शगुन गुप्ता पर अपराध अवैध संपत्ति एकत्र करने का आरोप लगाते हुए पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है। पुलिस अभी उन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकी। यह कार्रवाई सियासी हलकों में चर्चा का विषय है।जहानाबाद थाने के प्रभारी निरीक्षक सुरेंद्र कुमार कटियार ने शुक्रवार की रात बसपा के जिला सचिव और सदर विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी अन्ना और उनके दोनों बेटों को नामजद करते हुए अपने थाने में गैंगस्टर एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसके बाद से पूरा मामला राजनीतिक क्षेत्र में चर्चा का विषय है। बसपाई आक्रोशित हैं। भाजपा के टिकट पर नगर पंचायत की चेयरमैन बनी ममता गुप्ता के पति दुर्गा चरण गुप्ता की भाजपा के एक जनप्रतिनिधि से अनबन हो गई थी। उसके बाद चेयरमैन पति और परिजनों पर कई मुकदमें दर्ज हो गए। चेयरमैन पति भाजपा छोड़कर बसपा में शामिल हो गए। बसपा से उन्हें सदर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चा शुरू हुई। विधानसभा क्षेत्र में उनकी दावेदारी के होर्डिंग बैनर भी लग गए। चेयरमैन पति और दो पुत्रों पर सदर कोतवाली में बीते वर्ष गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज हुआ था। उसमें जेल जाने के बाद जमानत हुई। इसमें चार्जशीट लग चुकी है। अपराध के कई मामले भी दर्ज हैं। अब विधान सभा चुनाव के नामांकन होने से कुछ दिन पहले ही जहानाबाद पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर ली है। गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई में उन मुकदमों का जिक्र है जो इन लोगों के खिलाफ पहले दर्ज हैं। थाना पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
दुर्गाचरण पर अपराध के कई मामले हैं पहले से दर्ज
एसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि पुलिस किसी भी कार्रवाई को अपराध रोकने के लिए करती है। दुर्गाचरण उर्फ अन्ना पर 18 मामले दर्ज हैं। गुंडा एक्ट और गैंगस्टर एक्ट के तहत पहले भी कार्रवाई हुई है। जहानाबाद थाने में उसकी हिस्ट्रीशीट भी खुली है। उसके, बेटे शिवा गुप्ता और शगुन गुप्ता पर कई मामले दर्ज हैं। पुलिस ऐसे किसी व्यक्ति पर गैंगस्टर की कार्रवाई कर ही नहीं सकती, जिसके खिलाफ पहले से अपराधिक मामले दर्ज न हों। इस बीच बसपा जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद का आरोप है कि सत्ता पक्ष के दबाव में बदले की भावना से कार्रवाई की जा रही है।