संगम तट के करीब प्रयागराज में नाथ पंथ के गुरुओं और संतों की साधनास्थली बनाई जाएगी। गुरु गोरक्षनाथ का भवय मंदिर और अखाड़े का निर्माण भी कराया जाएगा। इसके लिए अरैल में भूमि खरीद ली गई है।माघ मेले में आए संतों के मुताबिक सूबे के मुख्यमंत्री और अखिल भारतवर्षीय अवधूत वेश बारह पंथ योगी महासभा के अध्यक्ष योगी आदित्यनाथ अप्रैल में गुरु गोरक्षनाथ मंदिर के लिए भूमि पूजन करेंगे।हरिद्वार कुंभ स्नान पर्व के बाद अप्रैल महीने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अरैल में गुरु गोरक्षनाथ मंदिर के भूमि पूजन के लिए आ सकते हैं। इसी के साथ मंदिर निर्माण आरंभ करा दिया जाएगा। इसके लिए अरैल में सोमेश्वर महादेव मंदिर के पास अखिल भारत वर्षीय अवधूत वेश बारह पंथ योगी महासभा ने दो बीघा जमीन खरीद ली है।
बाउंड्रीवॉल का काम मकर संक्रांति के बाद शुरू कराया जाएगा। यहां नाथ संप्रदाय के आराध्य गुरु गोरक्षनाथ का भव्य मंदिर बनाया जाएगा। साथ ही 60 फीट ऊंची गुरु गोरक्षनाथ की संगमरमर की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। चार फीट का सिंहासन और मंदिर के बाहर ध्वज स्थापित होगा।
गोरक्षनाथ मंदिर और अखाड़ा में योग की कक्षाएं भी चलेंगी। इसके अलावा औषधालय भी बनाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि मौजूदा समय 20 हजार से अधिक संत-महात्मा नाथ संप्रदाय से जुड़े हैं। गुरु गोरक्षनाथ पीठ का मठ और मंदिर गोरखपुर में स्थित है और मुख्यमंत्री इसके मौजूदा पीठाधीश्वर हैं।