कोरोना संक्रमण के चलते बीते दो वर्ष कांवड़ यात्रा स्थगित थी। कोरोना संक्रमण की पाबंदियों से राहत मिलने के बाद चार धाम यात्रा की तरह इस बार कांवड़ यात्रा का भी बेरोकटोक संचालन होने जा रहा है। यात्रा को शुरू होने में महज 20 दिन का समय बचा है। नगर पालिका मुनिकीरेती ढालवाला अंतर्गत कैलास गेट, मधुवन आश्रम से लेकर जानकीसेतु तक पसरा अतिक्रमण नासूर बना हुआ है। यहां स्थानीय व्यापारियों ने सड़क के दोनों ओर दुकानें सजाई हुई हैं। जानकी सेतु के समीप बेतरतीब तरीके से खड़े रेहड़ी, ठेली और अवैध पार्किंग दिनभर परेशानी का कारण बने हुए हैं। उधर नगर पंचायत स्वर्गाश्रम जौंक का भी यही हाल है। यहां गंगा चौक से लेकर लक्ष्मीनारायण घाट, गीताभवन, भारत साधु समाज, परमार्थ निकेतन, वानप्रस्थ, वेद निकेतन और बाघखाला तक सड़क के दोनों ओर फैला अतिक्रमण शिव भक्तों की राह में रुकावट पैदा करेगा। गंगा घाट और तटों पर आस्था की डुबकी लगाने के बाद शिव भक्त गंगा जल भरकर नीलंकठ धाम की ओर जलाभिषेक के लिए जाते हैं। संकरी सड़कों पर शिव भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन के पसीने छूट जाएंगे। भीड़ बढ़ने से स्थानीय लोगों और कांवड़ियों में आपसी टकराव की भी आशंका भी बनी रहती है।
कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर लिया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया जा रहा है।
रोशन रतूड़ी, अध्यक्ष नगरपालिका मुनिकीरेती ढालवाला
कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले निकाय की ओर से व्यवस्थाएं चाकचौबंद की जाएगी। जल्द ही क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा।
माधव अग्रवाल, अध्यक्ष नगर पंचायत स्वर्गाश्रम जौंक