हरिद्वार में महिला संत ने कुंभ मेला ड्यूटी पर आए पुलिसकर्मी पर दुष्कर्म करने व उसके आश्रम से नकदी व आभूषण चोरी करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
श्यामपुर थाना प्रभारी अनिल चौहान के मुताबिक थाना क्षेत्र के एक आश्रम की 50 वर्षीय महिला संत एवं संचालिका ने शिकायत देकर बताया कि कुंभ मेले के दौरान वह चंडीघाट स्थित एक आश्रम में संतों से मिलने के लिए गई थी।
आश्रम में पहले से कुंभ ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी दिलीप सिंह निवासी मकान नंबर 28 कनबूआ, कोतवाली देहरादून से उसकी मुलाकात हुई। पुलिसकर्मी ने महिला संत को आश्रम में अकेले रहने की बात कहकर सुरक्षा मुहैया कराने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही कुंभ मेला ड्यूटी के दौरान आश्रम में एक कमरा किराये पर देने की बात भी कहीं। जिस पर महिला संत ने उसे कमरा किराये पर दे दिया।
आरोप है कि सिपाही ने अकेले होने का फायदा उठाते हुए महिला संत एक माह तक दुष्कर्म किया। इसके साथ ही किसी को भी इसके बारे में बताने पर जान से मारने की धमकी दी। महिला संत का आरोप है कि 26 अप्रैल को पुलिसकर्मी सोने की चेन, कुंडल, अंगूठी, पायल और 50 हजार रुपये की नकदी लेकर फरार हो गया। इसके बाद
आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग
महिला संत ने श्यामपुर थाने में तहरीर देकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। महिला का आरोप है कि तहरीर देने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके बाद महिला ने कोर्ट की शरण ली। थाना प्रभारी अनिल चौहान ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
धमकी देने का भी आरोप
महिला संत का आरोप है कि पुलिसकर्मी ने अपना पर्सनल मोबाइल नंबर बंद किया है। नए-नए नंबरों से धमकी दे रहा है। पुलिसकर्मी दिलीप सिंह वर्तमान में थाना मुनीकीरेती की पुलिस चौकी कैलाश गेट जिला टिहरी में तैनात है।
पुलिसकर्मियों ने धमका कर कराया फैसला
महिला संत का आरोप है कि जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो उसने एसएसपी कार्यालय में अपनी शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद प्रार्थना पत्र थाना श्यामपुर में आया और थाने में तैनात पुलिस कर्मियों ने उसे डराया धमकाया। आरोपी पुलिसकर्मी होने के कारण जबरदस्ती फैसला करा दिया।