महाकुंभ में हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोविड रिपोर्ट की अनिवार्यता पर आईजी कुंभ संजय गुंज्याल के बयान पर असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। फेसबुक लाइव पर एक श्रद्धालु के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में पहुंचकर रात्रि विश्राम करने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोरोना की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य है।

हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी श्रद्धालु को रोका नहीं जाएगा। बता दें कि कुछ दिन पहले सीएम तीरथ सिंह रावत ने कहा था कि कुंभ में हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड निगेटिव रिपोर्ट लाने की जरूरत नहीं है। उन्हें केवल कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।आईजी कुंभ संजय गुंज्याल बुधवार को कुंभ पुलिस-2021 के फेसबुक पेज पर लाइव थे। इस दौरान उन्होंने लोगों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जिस तरह देश में दोबारा कोरोना संक्रमण बढ़ रहा रहा है, प्रधानमंत्री ने ज्यादा एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। लोगों ने विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) के अधिकारों को लेकर भी सवाल पूछा।

उन्होंने कहा कि एसपीओ को इस बार विशेष अधिकारी दिए जाएंगे। एसपीओ बनने के लिए लोग मेला नियंत्रण सभागार में आवेदन कर सकते हैं। एसपीओ को टोपी, डंडा और ड्रेस दी जाएगी। एसपीओ को रूट डायवर्जन, भीड़ प्रबंधन समेत तमाम अधिकार दिए जाएंगे। पुलिसकर्मियों के साथ एसपीओ की ड्यूटी भी लगेगी।

बैरागी कैंप में दस दिन में सुविधाएं मुहैया कराए प्रशासन

मेलाधिकारी दीपक रावत और मेला आईजी संजय गुंज्याल ने बैरागी कैंप पहुंचकर अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अणी अखाड़ों में तीनों श्रीमहंतों से मेले की व्यवस्थाओं पर चर्चा की। संतों ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री की उदासीनता के चलते बैरागी कैंप में भूमि आवंटन और अन्य कार्य नहीं हो पाए थे। जिससे संतों के शिविर नहीं लग पाए। उन्होंने मेला प्रशासन से मांग की कि रात-दिन कार्य करवाकर दस दिन के भीतर सुविधाएं मुहैया कराएं।

श्रीपंच निर्मोही अणी अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्र दास ने कहा कि मेला प्रशासन की ओर से संतों के लिए शिविर, बिजली, पानी, शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। जैसे-जैसे वैरागी संत और खालसे आगमन करते हैं उनको भूमि आवंटित की जाए ताकि संत टेंट लगा सकें। उन्होंने कहा कि मेला प्रशासन को शाही स्नान और बैरागी अखाड़ों की पेशवाई के लिए सड़कों की व्यवस्था ठीक करनी चाहिए। बैरागी कैंप क्षेत्र और तीनों वैष्णव अखाड़ों में सफाई कर्मचारियों की तैनाती की जाए।

अखिल भारतीय श्रीपंच निर्वाणी अणी अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत धर्मदास ने कहा कि बैरागी कैंप क्षेत्र में रोजाना पानी का छिड़काव कराया जाए। धूल मिट्टी से बैरागी कैंप क्षेत्र के संत परेशान हैं। संपूर्ण मेला क्षेत्र से अतिक्रमण हटाकर जमीन को समतल कराया जाए। श्रीपंच दिगंबर अणी अखाड़ा के श्रीमहंत राम किशन दास ने कहा कि संतों को सुविधा मुहैया कराने में मेला प्रशासन पहले ही देर कर चुका है। अब दिन-रात कार्य कर मेले से जुड़ी मूलभूत सुविधाएं 10 दिन के अंदर मुहैया कराई जाए।

मेला अधिकारी दीपक रावत ने कहा कि तीनों वैष्णव अखाड़ों को भूमि आवंटन हो गया। सड़क, बिजली, पेयजल, शौचालय आदि सुविधाएं प्रदान की जा रही है। कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल ने कहा कि संतों की सेवा के लिए 24 घंटे तत्पर हैं।

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